लखनऊ। सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक को लेकर सियासत गरमाने लगी है। एक ओर जहां अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है तो वही विपक्षी दलों ने भी मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का मामला सामने आया था। इसको लेकर भर्ती बोर्ड ने अभ्यर्थियों को शुक्रवार शाम छह बजे तक ई-मेल से साक्ष्यों व प्रमाणों के साथ प्रत्यावेदन देने का मौका दिया था। वहीं अभ्यर्थियों के एक सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने भी शुक्रवार को भर्ती बोर्ड के अधिकारियों से मुलाकात की और ज्ञापन दिया। दावा किया गया है कि ज्ञापन के साथ प्रश्नपत्र लीक होने के साक्ष्य भी दिए गए हैं। अभ्यर्थियों के अनुसार बोर्ड ने जांच के बाद उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। उधर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट में कहा कि लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर युवा सड़कों पर हैं और उसी समय वाराणसी में प्रधानमंत्री युवाओं के नाम पर युवाओं को ही बरगला रहे हैं। तंज कसते हुए राहुल ने लिखा है कि ठेठ बनारसी अंदाज में कहें तो मोदीजी नानी को ननिहाल का हाल सुना रहे हैं। राहुल के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस मामले में पोस्ट साझा करते हुए कहा कि पेपर लीक की घटनाओं की सीबीआई जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। भर्तियों के साथ आरक्षण में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सामाजिक न्याय पर्यवेक्षक नियुक्त हों। युवाओं का भरोसा बहाल करने के लिए सभी परीक्षाओं के फॉर्म नि:शुल्क किए जाएं और परीक्षा देने के लिए युवाओं को फ्री बस और ट्रेन मुहैया कराई जाए। प्रियंका गांधी ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि बस एक बार सोच कर देखिए-50 लाख से अधिक युवाओं ने फॉर्म भरा। ये प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा थी। एक फार्म 400 रुपये का था, 48 लाख एडमिट कॉर्ड जारी हुए और परीक्षा के पहले पेपर लीक हो गया।