हल्द्वानी। अनीता रावत
हल्द्वानी के 21 साल के सौरव जोशी ने अपने हुनर को निखारा और देश-दुनिया में अपने नाम और काम का डंका बजा दिया। कभी स्कैच बनाने में दिलचस्पी रखने वाले सौरभ के आज देशभर में लाखों दीवाने हैं। उनका यूट्यूब चैनल देश का फास्टेस्ट ग्रोइंग यूट्यूब चैनल है। सही मायनों में वह आज के युवाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं। सौरव के वर्तमान में इंस्टाग्राम पर 11 लाख फॉलोअर हैं, यूट्यूब में 73.5 लाख सब्सक्राइबर हैं। हाल ही में उन्होंने अपने गांव की वीडियो यूट्यूब पर शेयर की है।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के टोटासिलिंग के रहने वाले 21 साल से सौरव जोशी एक ड्रॉइंग आर्टिस्ट, यूटूबर और ब्लॉगर हैं। जो कि यूट्यूब पर अपने दैनिक जीवन और लाइफस्टाइल से जुड़े वीडियो बनाते हैं। सौरव को बचपन से ही ड्रॉइंग करना पसंद था। इसी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए उनके परिवार ने उनका सपोर्ट किया। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद सौरव आर्किटेक्चर की पढ़ाई के लिए दिल्ली चले गए। पिता हरीश जोशी ने बताया कि मौसी के लड़के सौरव से यूट्यूब वीडियो बनाने को कहा। सौरभ ने ‘सौरव जोशी आर्ट्स’ नाम से यूट्यूब चैनल शुरू किया। जिसमें वह तरह-तरह की ड्रॉइंग बनाकर डालने लगे लेकिन खास प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने 19 फरवरी 2019 को अपना दूसरा यूट्यूब चैनल ‘सौरव जोशी ब्लॉग्स’ शुरू किया। यहीं से उनकी किस्मत बदली और उनके वीडियो को अच्छे खासे व्यूज मिलने लगे।
उसौरव के पिता हरीश जोशी ने बताया कि इससे पहले वे हरियाणा में किराए पर रहते थे। उस समय वह ठेके पर पुट्टी, पीओपी का काम किया करते थे। इसके बाद हिसार के हासी में अपना खुद का मकान बना लिया। इसके बाद अब वह बीते माह से हल्द्वानी रहने लगे हैं। सोशल मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार यूट्यूब वीडियो से सौरव 15 से 20 लाख रुपये प्रतिमाह कमा लेते हैं।