नई दिल्ली। टीएलआई
रोहित चमोली (48 किग्रा), भरत जून (81 किग्रा से अधिक) और वीशू राठी (लड़कियों के 48 किग्रा) ने रविवार को एशियाई जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाल लिए।
दुबई में खेली जा रही चैंपियनशिप में रोहित ने कड़े फाइनल मुकाबले में मंगोलिया के ओटगोनबयार तुवशिंजया को 3-2 से हराया जबकि जून ने कजाखस्तान के यरदोस शारिपबेक को 5-0 से शिकस्त दी। लड़कियों की स्पर्धा में वीशू ने उज्बेकिस्तान की बाखतियोरोवा रोबियाखोन पर 5-0 की जीत से स्वर्ण पदक हासिल किया। चंडीगढ़ के रोहित ने जूनियर लड़कों के 48 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में सटीक पंचों से करीबी मुकाबले में अपने मंगोलियाई प्रतिद्वंद्वी पर बढ़त हासिल की जिससे उन्होंने पहला स्थान प्राप्त किया। जून को दूसरी तरफ अपने प्रतिद्वंद्वी को हराने में कोई दिक्कत नहीं हुई। एक अन्य फाइनल में गौरव सैनी (70 किग्रा) को उज्बेकिस्तान के बोलताइव शवाकातजोन से 0-5 से हार के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा। लड़कियों के वर्ग में मुस्कान (46 किग्रा) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा, वह उज्बेकिस्तान की गानिएवा गुलसेवर से करीबी मुकाबले में हार गयी। अब तनु (52 किग्रा), आंचल सैनी (57 किग्रा), निकिता (60 किग्रा), माही राघव (63 किग्रा), रुद्रिका (70 किग्रा), प्रांजल यादव (75 किग्रा), संजना (81 किग्रा) और कीर्ति (+81 किग्रा) रविवार को लड़कियों के वर्ग में फाइनल में चुनौती पेश करेंगी। भारत जूनियर स्पर्धा में पहले ही छह कांस्य पदक जीत चुका है, जिसमें देविका घोरपड़े (50 किग्रा), आरज़ू (54 किग्रा) और सुप्रिया रावत (66 किग्रा) ने लड़कियों के वर्ग में जबकि आशीष (54 किग्रा), अंशुल (57 किग्रा) और अंकुश (66 किग्रा)) ने लड़कों के वर्ग में पदक जीते। पिछली एशियाई जूनियर चैंपियनशिप 2019 में भारत 21 पदक (छह स्वर्ण, नौ रजत और छह कांस्य) के साथ तीसरे स्थान पर रहा था।