हल्द्वानी। अनीता रावत
उत्तराखंड कांग्रेस में टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है। पूर्व सीएम हरीश रावत को रामनगर से टिकट देने के बाद कांग्रेस ने वहां से टिकट काट दिया। अब वह लालकुंआ से चुनाव लड़ेंगे। इसके पीछे रामनगर से दावेदार रणजीत सिंह के विरोध को देखते हुए किया गया है। हालांकि रणजीत सिंह को भी सल्ट से टिकट मिला है। रामनगर से महेंद्र सिंह को टिकट मिला है। कांग्रेस ने पहले जारी प्रत्याशियों की सूची को संशोधित कर दिया है। उत्तराखंड में सभी 70 सीटों के लिए 14 फ़रवरी को मतदान होगा। मतगणना 10 मार्च को होगी।
कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत अब रामनगर से चुनाव नहीं लड़ेंगे। रामनगर में विरोध को देखते हुए कांग्रेस ने इस विधानसभा सीट से हरीश रावत का टिकट काटा है। कांग्रेस ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए 10 प्रत्याशियों की सूची जारी कर विवाद पर विराम लगा दिया। नई सूची के अनुसार अब हरीश रावत को रामनगर के बदले लालकुआं से टिकट दिया गया है। वहीं रामनगर सीट के दूसरे दावेदार कहे जाने वाले रणजीत रावत को सल्ट से टिकट दिया है। रामनगर सीट से पार्टी ने महेंद्र सिंह को टिकट दिया है। हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत को हरिद्वार ग्रामीण सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार से कांग्रेस ने अब तक कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति को कांग्रेस ने लैंसडाउन से टिकट दिया है। हरक सिंह रावत और अनुकृति गत 22 जनवरी को कांग्रेस में शामिल हुए थे।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हरीश रावत को सेफ सीट माने जाने वाली रामनगर सीट से टिकट देना चाहती थी जबकि कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत सीट को छोड़ना नहीं चाहते थे और रामनगर से ही दावेदारी कर रहे थे। वहीं हरीश रावत रणजीत सिंह को सल्ट सीट में भेजना चाहते थे। लिहाजा कांग्रेस ने पहले जो लिस्ट जारी की उसमें हरीश रावत को इस सीट से टिकट तो थमा दिया लेकिन पार्टी कार्यकर्ता लगातार इसका विरोध कर रहे थे। अब आखिरकार पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध को देखते हुए पार्टी ने इस सीट पर हरीश रावत का टिकट काट दिया है। इससे पहले जब कांग्रेस ने इस चुनाव के लिए 11 अन्य प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की थी तब उस लिस्ट में बताया गया था कि हरीश रावत रामनगर विधानसभा सीट से चुनावी ताल ठोकेंगे। लेकिन इस सीट पर रणजीत सिंह रावत पहले से अपनी दावेदारी खुलेआम कर रहे थे जिसकी वजह से पार्टी में टकराव की स्थिति थी।