नई दिल्ली। टीएलआई
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंकी जम्मू-कश्मीर की शांति भंग करने की कोशिशों में जुटे हैं। अगर युवा क्षेत्र के विकास में शामिल होंगे तो आतंकियों के नापाक मंसूबों पर पानी फिर जाएगा।
शाह जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का समाप्त होने के बाद पहली बार वहां पहुंचे हैं। तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन उन्होंने जम्मू के भगवती नगर इलाके में आयोजित एक जनसभा में कहा, जम्मू के लोगों के साथ बहुत नाइंसाफी हुई है। शाह ने कांग्रेस, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए उन पर जम्मू-कश्मीर में निवेश लाने की केंद्र सरकार की योजना का उपहास उड़ाने का आरोप लगाया। गृहमंत्री ने कहा, जब हमने नई औद्योगिक नीति पेशी की थी, तब क्षेत्र में शासन कर चुके तीन परिवार यह कहते हुए उसका मजाक बनाते थे कि घाटी में कौन निवेश करने आएगा। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोशिशों के चलते जम्मू-कश्मीर में अब तक 12 हजार करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है। हमारा लक्ष्य 2022 के अंत तक इसे 51 हजार करोड़ रुपये करने का है। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर, दोनों का विकास साथ-साथ होगा। कुछ लोग क्षेत्र के विकास में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि कोई भी ऐसा नहीं कर पाएगा। गृहमंत्री ने दावा किया कि अगर जम्मू-कश्मीर के युवा क्षेत्र के विकास की प्रक्रिया में शामिल हो जाएं तो आतंकियों के नापाक मंसूबों पर पानी फिर जाएगा। रैली में शामिल होने से पहले शाह ने कड़ी सुरक्षा के बीच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जम्मू के नए परिसर का उद्घाटन किया। उन्होंने एक मेडिकल कॉलेज की आधारशिला भी रखी।