लखनऊ। यूपी सरकार वर्ष 2024-25 के लिए राज्य का बजट सोमवार को विधानमंडल में प्रस्तुत करेगी। प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने की सरकार के प्रयासों को यह बजट मजबूत आधार देगा। साथ ही बजट में मिशन-2024 के मद्देनज़र कुछ खास योजनाओं को महत्व दिया जा सकता है। वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने रविवार को बजट दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर इसे अंतिम रूप दिया। सोमवार को सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री के आवास पर होने वाली इस बैठक में बजट के मसौदे को मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। बजट मसौदे की मंजूरी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना इसे विधानमंडल में प्रस्तुत करेंगे।
इस बजट का आकार करीब 7.70 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जो कि अब तक का सबसे बड़ा बजट होगा। वित्तीय अनुशासन का पालन करते हुए सरकार इस बजट के माध्यम से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए कई ठोस योजनाएं लाते हुए उसके लिए बजट का इंतजाम करेगी। नए औद्योगिक गरियारों का निर्माण, रोड व एयर कनेक्टिविटी का विस्तार, धार्मिक पर्यटन स्थलों का सुंदीरकरण व नागरिक सुविधाओं का विकास, मेट्रो नेटवर्क का विस्तार, ऊर्जा, महिला स्वावलंबन, युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ने का प्रबंध, किसानों को उनकी ऊपज का वाजिब मूल्य दिलाना, गरीबों के लिए मूलभूत जरूरतों को पूरा करने जैसे इंतजाम दिखेंगे। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने रविवार को अपने कार्यालय कक्ष में बजट दस्तावेज को हस्ताक्षर कर अंतिम रूप देने के बाद कहा कि इस बार का बजट समग्र विकास के साथ आधारभूत ढांचे को मजबूत करने वाला होगा। गरीबों, वंचितों, युवाओं, महिलाओं व किसानों को सम्मानजनक जीवन जीने के साथ ही उन्हें विकास की मुख्यधारा में लाने वाला होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दूसरा कार्यकाल सर्वसमावेशी, सर्वस्पर्शी तथा पीएम मोदी द्वारा 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए लिए गए संकल्पों को मजबूती देगा। बजट एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था यूपी को बनाने का मजबूत आधार स्तंभ बनेगा। बजट प्रदेश की प्रचीन सांस्कृतिक गौरव की पुनर्स्थापना के साथ ही विकास के सभी आधुनिक मापदंडों पर चलने का एक दस्तावेज है। ऐसी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं जिससे सभी नागरिक समग्र उर्जा के साथ प्रदेश के विकास में अपना पूर्ण योगदान दे सकेंगे।