नई दिल्ली। पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज राशिद लतीफ ने सुझाव दिया है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को भारत और पाकिस्तान को तब तक वैश्विक प्रतियोगिताओं की मेजबानी का अधिकार नहीं देना चाहिए, जब तक दोनों अपनी समस्याएं नहीं सुलझा लेते। उन्होंने साथ ही कहा कि अगर उनके पास अधिकार होता तो वह पाक को किसी भी टूर्नामेंट में भारत के खिलाफ नहीं खेलने देते।
बीसीसीआई के अपनी टीम को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाक भेजने से इनकार करने पर अटकलें हैं कि पूरे टूर्नामेंट का आयोजन देश से बाहर हो सकता है। लतीफ ने कहा, ऐसी संभावना है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ क्रिकेट खेलना छोड़ सकता है। अगर मेरे पास अधिकार होता तो मैं शायद यह कड़ा कदम उठा लेता। मैं इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहराऊंगा। अगर आप (पाकिस्तान में) नहीं खेलना चाहते तो फिर हमारे खिलाफ मत खेलिए। लतीफ ने कहा, मेरे नजरिए से आईसीसी को दोनों देशों के मेजबानी अधिकार तब तक रोक कर रखने चाहिए जब तक उनके बीच के मुद्दे सुलझ नहीं जाते, जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता। इसे पूर्व क्रिकेटर ने पाकिस्तान में भारतीय टीम की सुरक्षा चिंताओं के बारे में बीसीसीआई के रुख की आलोचना करते हुए कहा कि आईसीसी की सुरक्षा टीम ने उनके देश का आकलन किया था और उसे सुरक्षित माना था। लतीफ ने कहा, मैं कहूंगा कि यह पहली बार है जब बीसीसीआई की गलती है। वे जो कारण बता रहे हैं, वह बहुत कमजोर है। यह लिखित में होना चाहिए कि बीसीसीआई और भारतीय क्रिकेट टीम को खतरा महसूस हो रहा है। आईसीसी की सुरक्षा टीम यहां आई और टूर्नामेंट के लिए हरी झंडी दी। अगर आपको कोई समस्या थी तो आप उन्हें बता सकते थे।