काबुल।
पंजशीर किसके नियंत्रण में है इसे लेकर अब भी असमंजस बरकरार है। सोमवार को तालिबान ने पंजशीर पर कब्जे का दावा किया। तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के नियंत्रण में है। हालांकि, अहमद मसूद के नेतृत्व वाले नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (एनआरएफ) ने तालिबान के दावों को खारिज किया है।
पंजशीर में मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि हजारों तालिबान लड़ाकों ने रातोंरात पंजशीर के आठ जिलों पर कब्जा कर लिया। 40 साल के संघर्ष में ऐसा पहली बार हुआ है, जब पंजशीर तालिबान के नियंत्रण में गया है। तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला ने एक बयान जारी कर कहा, अफगानिस्तान में युद्ध खत्म हो गया है। अगले कुछ दिनों में नई सरकार के गठन की घोषणा कर दी जाएगी। इसके बाद हम मुल्क के पुनर्निर्माण की दिशा में काम करेंगे। संगठन ने एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें पंजशीर के गवर्नर के आवास पर तालिबान का झंडा लहराता दिख रहा है। तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला ने चेताया कि बगावत की कोशिश करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। तालिबान मुल्क में एक बार फिर विद्रोह की इजाजत नहीं देगा। जबीहुल्ला ने सुरक्षाबलों में शामिल जवानों का आह्वान किया कि वे तालिबान से जुड़ें। वहीं जबीहुल्ला ने पंजशीर के बाशिंदों को भरोसा दिलाया कि उसकी हुकूमत में वे सुरक्षित रहेंगे। उनके साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा। तालिबान प्रवक्ता ने कहा कि आप सभी हमारे भाई हैं। हम आपके हितों की रक्षा के लिए काम करेंगे। तालिबान के पंजशीर पहुंचने से पहले ही कई परिवार पहाड़ों की ओर भाग गए थे। उधर, तालिबान से टक्कर ले रहे नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ने अफगान अवाम को आश्वासन दिया कि तालिबान और उनके सहयोगियों के खिलाफ संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक न्याय तथा आजादी नहीं मिल जाती। इस बीच, तालिबान विरोधी गुट के प्रवक्ता फहीम दशती के रविवार को हुए संघर्ष में मारे जाने की खबर सामने आई।