जिनेवा।
अफगानिस्तान तालिबान के कब्जे के बाद दुनिया के कई देशों ने सहायता देना बंद कर दिया था। इससे यहां की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई है। इस बीच तालिबान के कब्जे के बाद पहली बार चिकित्सा सामग्री लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन का विमान मजार-ए-शरीफ में उतरा।
अफगानिस्तान की स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि बेहद जरूरी चिकित्सा सामग्री लेकर जा रहा एक विमान सोमवार को अफगानिस्तान में उतरा। युद्ध से तबाह देश में अस्पताल और क्लीनिक तेजी से बंद हो रहे हैं। वहीं, शुक्रवार को काबुल हवाई अड्डे पर एक घातक हमले ने सहायता वितरण को और जटिल कर दिया है। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद मजार-ए-शरीफ के लिए यह पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान थी। डब्ल्यूएचओ विभिन्न सामग्रियों की व्यवस्था कर रहा है और पीआईए इसे विमान से पहुंचाने का काम कर रहा है। डब्ल्यूएचओ ने पाकिस्तान को इसके लिए धन्यवाद दिया। डब्ल्यूएचओ के एक अधिकारी ने कहा कि इस खेप में अस्पतालों के लिए जरूरी चिकित्सकीय सामग्री के साथ अफगानिस्तान में कुपोषण से पीड़ित बच्चों के लिए दवाइयां हैं जहां 1.8 करोड़ लोग राहत सामग्री पर निर्भर हैं।