पटना। राजेन्द्र तिवारी
महागठबंधन में प्रधानमंत्रो पद का उमीदवार कौन होगा , इस सवाल पर बेशक चुनाव बाद तय होने की बात कही जा रही है। लेकिन कांग्रेस और बसपा ने इशारों में अपने पते खोल दिये हैं। कोलकाता रैली में ममता बनर्जी ने इस सवाल पर चुनाव बाद फैसला करने की बात कही थी। लेकिन रविवार को बसपा ने साफ कर दिया कि दलित, मुस्लिम, महिलाएं और गरीब, मायावती को प्रधानमंत्री पद पर देखना चाहते हैं। ऐसे में महागठबंधन में अब सवाल फिर उठने लगे हैं। वही कांग्रेस राहुल को पीएम बनाना चाहती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के मुद्दे पर कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने रविवार को अपने पत्ते खोल दिए हैं। बसपा के प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया ने कहा कि दलित, मुस्लिम, महिलाएं और गरीब, मायावती जी को प्रधानमंत्री पद पर देखना चाहते हैं। वहीं कांग्रेसी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार मान रहे हैं, लेकिन पार्टी इस मुद्दे पर खुलकर बोलने से बच रही है। कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने आज कहा कि जहां तक पीएम पद का सवाल है, इस पर फैसला चुनाव के बाद होगा, लोकतांत्रिक तरीके का पालन किया जाएगा, हर कोई पीएम पद के लिए योग्य है। दरअसल, शनिवार को ममता बनर्जी द्वारा आहुत ‘संयुक्त भारत रैली’ में करीब 20 से 22 दलों के 20 नेता एक मंच पर साथ आए। ये नेता एक मंच पर एक साथ तो जरूर आ गए, मगर इनमें से कई ऐसे हैं जो पहले ही लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से अलग जाने का फैसला ले चुके हैं। ममता बनर्जी पहले ही ऐलान कर चुकी हैं कि वह लोकसभा चुनाव में अकेली चुनाव लड़ेंगी। यानी टीएमसी का कांग्रेस से गठबंधन नहीं होगा। इसलिए यहां भी कांग्रेस भाजपा के साथ-साथ टीएमसी से भी लड़ेगी।