वाराणसी।
केवि 39 जीटीसी में श्रीनिवास रामानुजन की जयंती मनाई गई। राष्ट्रीय गणित दिवस पर शुक्रवार को केवि के प्राचार्य डॉ. सीबीपी वर्मा ने कहा कि रामानुजन के गणितिय फार्मूला आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने विश्व को प्राकृतिक संख्याओं के जोड़ का फार्मूला देने वाले रामानुजन के सिद्धांतों से छात्रों को अवगत कराया।
पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय 39 जीटीसी में आयोजित राष्ट्रीय गणित दिवस पर विद्यालय प्राचार्य डॉ. सीबीपी वर्मा ने कहा कि रामानुजन मैजिक स्क्वायर का महत्व आज भी है। 22 दिसंबर 1887 को चेन्नई के एक गांव में जन्म रामानुजन ने गणित के उन पहलुओं से दुनिया को अवगत कराया, जिसकी उस समय कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि गणित के बिना जीवन में विकास की कल्पना नहीं की सकती है। उपप्राचार्य अभिषेक त्रिपाठी ने रामानुजन के प्रमेय के बारे छात्रों को बताया। उन्होंने बताया कि प्रमेय सिद्धांत के कारण ही रामानुजन को गणित का जादूगर कहा जाता है। इस दौरान शिक्षक एचएन त्रिपाठी, मनिंद्र सिंह, इमरान अंसारी, केएन तिवारी, पंकज शर्मा, भरत शुक्ला आदि ने भी श्रीनिवास रामानुजन के बारे में छात्रों को जानकारी दी। जयंती के अवसर पर शिक्षकों और छात्रों ने गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।