काबुल।
तालिबान ने शुक्रवार को पंजशीर घाटी सहित अफगानिस्तान पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट में एक तालिबानी कमांडर के हवाले से बताया कि अब पूरे अफगानिस्तान पर तालिबान का नियंत्रण हो गया है। पंजशीर में तालिबान के खिलाफ अहमद मसूद और पूर्व उपराष्ट्रपति अब्दुल्लाह सालेह के नेतृत्व में रेजिस्टेंस फोर्स लड़ाई कर रही थी। तालिबानी कमांडर का दावा है कि रेजिस्टेंस फोर्स की सेना अब पीछे हट गई है और पंजशीर समेत पूरे अफगानिस्तान पर उनका नियंत्रण हो गया है। वहीं एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बीच काबुल में फायरिंग की खबर है। हालांकि, ये फायरिंग किसने की इसकी जानकारी नहीं मिल सकी।
इससे पहले पूर्व उपराष्ट्रपति अब्दुल्लाह सालेह ने ट्वीट कर दावा किया था कि तालिबान ने पंजशीर घाटी में दवा समेत अन्य जरूरी चीजों की सप्लाई पर रोक लगा दी है। दरअसल पंजशीर घाटी में रेजिस्टेंस फोर्सेज तालिबान लड़ाकों को कड़ी टक्कर दे रहे थे। बताया जाता है कि यहां पर युद्ध के हालात ऐसे हैं कि आम लोग यहां से भागने पर मजबूर हैं। वहीं कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि सालेह भी यहां से भागकर ताजिकिस्तान चले गए हैं। अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट किया है कि तालिबान ने पंजशीर में दवाओं की सप्लाई के साथ-साथ बिजली भी बंद कर दी है। इसके अलावा यात्रियों के प्रति भी गलत बर्ताव किया जा रहा है। लोगों को कुछ ही पैसे लेकर यात्रा करने की इजाजत है। सालेह ने लिखा है कि तालिबान यहां पर युद्ध अपराध को अंजाम दे रहे हैं। वह अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार मूल्यों को जरा सी भी तरजीह नहीं दे रहे हैं। सालेह ने इस मामले में संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक नेताओं से सहयोग की अपील की है। गौरतलब है कि पंजशीर घाटी को फतह करने में तालिबान को सफलता नहीं मिल सकी है। वहीं तालिबान विरोधी नेता अमरुल्लाह सालेह ने कहा कि कुछ मीडिया में ऐसी खबरें चल रही हैं कि मैं अपने देश से भाग गया हूं। यह बिल्कुल निराधार है। यह मेरी आवाज है, मैं आपको पंजशीर घाटी से, अपने आधार से बुला रहा हूं। मैं अपने कमांडरों और अपने राजनीतिक नेताओं के साथ हूं और स्थिति को संभाल रहा हूं। बेशक, यह एक कठिन स्थिति है, हम तालिबान और पाकिस्तानियों और अल कायदा और अन्य आतंकवादी समूहों के आक्रमण में हैं। अहमद मसूद की रेजिस्टेंस फोर्स ने दावा किया कि पंजशीर में आतंकी संगठन अलकायदा भी तालिबान के साथ शामिल हो चुका है। वहीं पंजशीर समर्थकों ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें दिख रहा है कि पहाड़ों से तालिबानियों पर जमकर गोलियां और रॉकेट दागे जा रहे हैं।