लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि राज्य के विधानसभा चुनाव में बसपा का प्रयास होगा कि किसी भी बाहुबली या माफिया को टिकट नहीं दिया जाए। इसी को ध्यान में रखते हुए मऊ विधानसभा सीट से मुख्तार अंसारी की जगह बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर का नाम तय किया गया है। वहीं सांसद असदउद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी एआईएमआईएम ने मुख्तार के लिए दरवाजा खोल दिया है।
मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि जनता की कसौटी व उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के प्रयासों के तहत लिए गए इस निर्णय के फलस्वरूप पार्टी पदाधिकारियों से अपील है कि वे पार्टी प्रत्याशियों का चयन करते समय इस बात का खास ध्यान रखें ताकि सरकार बनने पर ऐसे तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने में कोई दिक्कत ना हो। बीएसपी के संकल्प ‘कानून के द्वारा कानून का राज’ के साथ ही यूपी की तस्वीर को भी अब बदल देने का है ताकि प्रदेश व देश की नहीं बच्चा-बच्चा भी कहे कि सरकार हो तो बहन जी की “सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय” जैसी। बीएसपी जो कहती है वह करके भी दिखाती है यही पार्टी की सही पहचान है। उधर बाहुबलियों को टिकट नहीं देने की बसपा की घोषणा के बाद सांसद ओवैसी ने अपना दरवाजा खोल दिया है। बताया जा रहा है कि एआईएमआईएम ने बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनकी पत्नी को अपनी पार्टी में लेने के बाद अब एक अन्य बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के लिए भी दरवाजे खोल दिए हैं। एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि अतुल राय पर दफा-376 का मुकदमा है, जब अतुल राय बसपा में रह सकते हैं तो फिर मुख्तार अंसारी क्यों नहीं? मुख्तार अंसारी चाहेंगे तो हमारी पार्टी उन्हें चुनाव लड़वाएगी। मुख्तार अंसारी पर अभी कोई दोष साबित नहीं हुआ है और केन्द्रीय चुनाव आयोग ऐसे लोगों को चुनाव लड़ने की इजाजत देता है तो हम उन्हें चुनाव क्यों नहीं लड़ा सकते? शौकत अली ने बताया कि उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असद्उद्दीन ओवैसी एक बार फिर यूपी में इसी महीने कई जिलों का दौरा करेंगे।