देहरादून। अनीता रावत
शहर से लेकर गांवों तक में बेहतर समाज के निर्माण के लिए और उन्हें स्वस्थ्य रखने के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की जरूरत है। इस जरूरत को पूरा करने की जिम्मेदारी हम सब की है। ऐसे में यह विषय डॉक्टरों की प्राथमिकता में होना आवश्यक है। यह बातें एम्स के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत ने कही।
जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में नियोनेटालॉजी विभाग की ओर से गुणवत्ता सुधार कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें बाल रोग विभाग, नियोनेटोलॉजी विभाग के जूनियर चिकित्सक व नर्सिंग अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यशाला में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत ने कहा कि बिना बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के बेहतर समाज का निर्माण मुश्किल है, लिहाजा यह विषय प्राथमिकता में होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि संस्थान की ओर से नियोनेटोलॉजी विभाग को आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे मरीजों को बेहतर उपचार मिल सके। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा कि संस्थागत स्तर पर भविष्य में भी इसकी गुणवत्ता में सुधार की हरसंभव कोशिश की जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने गुणवत्ता सुधार को लेकर संस्थान के नियोनेटोलॉजी विभाग के प्रयासों की सराहना की।
प्रो. रवि कांत ने बताया कि संस्थान रोगियों को वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है और इसको लेकर सततरूप से प्रयास किए जा रहे हैं,जिससे रोगियों को संस्थान में समुचित उपचार मिल सके और उन्हें इसके लिए प्रदेश से बाहर नहीं जाना पड़े।
विभागाध्यक्ष प्रोफेसर श्रीपर्णा बासू की देखरेख में आयोजित कार्यशाला में नियोनेटोलॉजी विभाग के अकादमिक चिकित्सक डा. शांतनु शुभम ने गुणवत्ता सुधार की अवधारणाओं से अवगत कराया और गुणवत्ता सुधार के दो चरणों परिवर्तन का विकास और परीक्षण तथा निरंतर सुधार पर चर्चा की। विभाग की अकादमिक चिकित्सक डा. जया उपाध्याय ने गुणवत्ता सुधार के अन्य दो चरणों समस्या की पहचान, टीम का गठन और उद्देश्य व्यक्तव्य लिखना तथा समस्या का विश्लेषण और देखभाल की गुणवत्ता को मापना विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने अपनी गुणवत्ता सुधार परियोजना विकासात्मक सहायक देखभाल के अनुभव साझा किए, जिसे उन्होंने पूरा किया। विभाग की नर्सिंग अधिकारी गायत्री ने एनआईसीयू में चल रहे गुणवत्ता सुधार परियोजनाओं के साथ अनुभव साझा किया। इस अवसर पर डा. कान्हू चरण दिग्गल, डा. रजत ग्रोवर, नर्सिंग अधिकारी कल्पना, शेनॉय, लिसा आदि मौजूद थे।