नई दिल्ली, राजेंद्र तिवारी।
्वेरस्टइंडीज के दिग्गज हरफनमौला खिलाड़ी ड्वेन ब्रावो ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ अपना 13 साल का नाता भी तोड़ लिया। वह 2011 में चेन्नईसे जुड़े थे। अब वह आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटर (मार्गदर्शक) के रूप में अपनी नई पारी शुरू करेंगे। विश्व कप विजेता ब्रावो कोलकाता में गौतम गंभीर की जगह लेंगे। गौतम ने साल की शुरुआत में भारत का मुख्य कोच बनने के बाद यह पद छोड़ दिया था।
ब्रावो को चोट के कारण कैरेबियन प्रीमियर लीग के मौजूदा सत्र से बीच में ही हटना पड़ा था। उन्होंने गुरुवार को इंस्टाग्राम पर लिखा, आज वह दिन है जब मैं उस खेल को अलविदा कह रहा हूं जिसने मुझे सब कुछ दिया है। एक पेशेवर क्रिकेटर के रूप में 21 साल, यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है। यह कई उतार-चढ़ाव से भरी हुई है। सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि मैं अपना सपना इसलिए जी सका क्योंकि मैंने इस खेल को हर कदम पर शत प्रतिशत दिया। मैं इस रिश्ते को जारी रखना चाहूंगा, लेकिन अब वास्तविकता का सामना करने का समय आ गया है। ब्रावो ने 2021 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। आईपीएल में उन्होंने अपना आखिरी मैच 2022 में खेला था। वह इसके बाद चेन्नई और अफगानिस्तान की टीम के साथ कोच के तौर पर जुड़े थे। ब्रावो ने टी-20 में सर्वाधिक मैच खेलने के साथ ही रिकॉर्ड विकेट भी झटके। उन्होंने 18 साल (2006-2024) में क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में 582 मैच खेले और इसमें 8.26 की इकोनॉमी से 631 विकेट चटकाए। अफगानिस्तान के राशिद खान (448 मैच, 613 विकेट) दूसरे नंबर पर हैं। इसके अलावा ब्रावो के बल्ले से 7000 रन भी निकले हैं।
ब्रेवो का कहना है कि मेरा दिमाग खेल को जारी रखना चाहता है, पर शरीर अब दर्द को सहन नहीं कर पा रहा है। मैं खुद को ऐसी स्थिति में नहीं रख सकता जहां मैं अपने साथियों, अपने प्रशंसकों या जिन टीमों का प्रतिनिधित्व करता हूं उन्हें निराश कर सकूं। ऐसे में मैं भारी मन से आधिकारिक तौर पर खेल से संन्यास की घोषणा करता हूं। चैंपियन विदाई ले रहा है।