पिथौरागढ़। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद सीमांत में ठंड में इजाफा हुआ है। मुनस्यारी में नलों में पानी तक जम गया है। इधर, जिला मुख्यालय में भी शीत लहर के प्रकोप ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। बफीर्ली हवा चलने से न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की कमी आई है।
मुनस्यारी और धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्र पंच चूली, राजरम्भा, हसलिंग, छिपलाकेदार, मिलम, बुगड़ियार, गुंजी, कुटी आदि क्षेत्रों में बीते 16 फरवरी से दो से तीन बार बर्फबारी हुई है। वर्तमान में मौसम तो ठीक हो गया है, लेकिन सप्ताह भर में नियमित अंतराल में हुई बर्फबारी के बाद जिले भर में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। मुनस्यारी में तो न्यूनतम तापमान माइनस तीन डिग्री पहुंच गया है। कंपकंपाती ठंड ने लोगों का जीना दुश्वार किया हुआ है। बलाती, खलिया, पातालथौड़, सरमोली आदि इलाकों में नलों में पानी जम गया है। लोग पाइप लाइन के नीचे आग लगाकर गर्म कर रहे हैं, तब कहीं लोगों को पीने का पानी नसीब हो रहा है। इधर गुंजी और उससे ऊपर गांवों में तो लोग बर्फ पिघलाकर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं। जिला मुख्यालय में रविवार को आसमान में बादल छाए रहे। सुबह से धूप और बादलों की आंख मिचौली का सिलसिला जारी रहा, जो दिन भर चला। लोग ठंड से बचने के लिए घरों की छतों में धूप का इंतजार ही करते रह गए, लेकिन बादलों के बीच निकली हल्की धूप लोगों को राहत नहीं दे सकी।