हल्द्वानी। अनीता रावत
लगातार घाटे में चल रही हल्द्वानी मंडी को उबारने की कवायद शुरू हो गई है। किसानों के अलावा अन्य कोई भी वाहन जो मंडी के अंदर खड़ा रहेगा, उससे पार्किंग शुल्क वसूला जाएगा। मंडी समिति द्वारा पेड पार्किंग निर्माण के लिए मंडी परिसर में भूमि तलाशी जा रही है।
पेड पार्किंग के लिए मंडी परिषद रुद्रपुर को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
सरकार की ओर से मंडी शुल्क हटाने के बाद मंडियों को राजस्व हानि हो रही है। वहीं ऊपर से दो साल से कोरोना संक्रमण की वहज से भी आर्थिक घाटा मंडी को उठाना पड़ रहा है। ऐसे में धीरे-धीरे ही सही, मंडी समिति ने घाटे से उबरने को कुछ योजनाओं का प्रस्ताव तैयार करने का मन बनाया है। इसमें पेड पार्किंग भी शामिल है। मंडी में किसानों के साथ-साथ कई निजी वाहन भी दिन-रात खड़े रहते हैं। मंडी के मुताबिक मंडी परिसर में यहां-वहां करीब 250 से 300 वाहन पार्क होते हैं, जिनसे कोई पार्किंग शुल्क नहीं लिया जाता है। हालांकि, प्रस्ताव तब ही भेजा जा सकेगा, जब उसमें मंडी समिति सचिव और अध्यक्ष के हस्ताक्षर होंगे। इस समय मंडी में कोई अध्यक्ष नहीं है। ऐसे में प्रस्ताव भेजने में देरी हो सकती है। मंडी समिति हल्द्वानी के सचिव विश्वविजय सिंह देव ने कहा कि मंडी की आय बढ़ाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मंडी परिसर में बाहरी वाहनों की पार्किंग पर शुल्क लगाया जाएगा। पेड पार्किंग के लिए जगह चिह्नित की जा रही है। जल्द ही प्रस्ताव मंडी परिषद को भेजा जाएगा।