देहरादून। दिव्यांगों और बुजुर्गों को देहरादून में ही मुफ्त कृत्रिम सहायक उपकरण मिलेंगे। राजपुर रोड स्थित राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (एनआईईपीवीडी) में प्रदेश का पहला प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र खुल गया है।
सोमवार को केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) के सचिव राजेश अग्रवाल ने प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र (पीएमडीके) का शुभारंभ किया। उन्होंने दिव्यांगजनों को 14 इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर भी भेंट कीं। संस्थान में प्रोस्थेटिक एंड आर्थिटिक सेंटर, श्रवण यंत्र निर्धारण लैब, भंडारण कक्ष, कास्टिंग एवं माप कक्ष का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि देश में अब तक 65 दिव्याशा केंद्र हैं और अगले तीन सालों में इनकी संख्या 300 करने का लक्ष्य है। केंद्र के खुलने से दिव्यांगजनों एवं बुजुर्गों को कृत्रिम एवं सहायक उपकरण के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। यहां पर व्हीलचेयर आदि बनने भी शुरू हो जाएंगे। अभी तक कानपुर आदि से इन्हें बनवाकर मंगवाना पड़ता था। इस दौरान निदेशक मनीष वर्मा, प्रधानाचार्य अमित शर्मा आदि मौजूद रहे।