देहरादून। अनीता रावत
दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में अब एसआईटी ने धरपकड़ शुरू कर दी है। इसमें सबसे पहले मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन के भाई समेत तीन कॉलेज के संचालकों को गिरफ्तार किया गया। तीनों पर फर्जी तरीके से समाज कल्याण विभाग से ढाई करोड़ की छात्रवृत्ति हड़पने का आरोप है। एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ कि जिस संस्थान के नाम से छात्रवृत्ति ली गई है। उसके पते पर खंडहर मिला है यहां पढ़ने वाले छात्र कहां हैं अभी तक किसी को जानकारी नहीं है? एसआईटी इस मामले में जल्द अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर शिकंजा कर सकती है। एसआईटी प्रभारी आईपीएस मंजूनाथ टीसी ने बताया कि संस्थान के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल निवासी जीरो रोड मंगलौर, सचिव संजय बंसल निवासी 32 ईसी रोड देहरादून और विधायक काजी निजामुद्दीन के भाई और संस्थान में कोषाध्यक्ष काजी नूरुद्दीन निवासी जिला मंगलौर हरिद्वार आदि संचालक हैं। एसआईटी ने तीनों से पूछताछ कि तो ठोस प्रमाण नहीं दे पाए। इस पर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। संस्थान से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। बता दें कि इस संस्थान और छात्रों के बैंक खाते से समाज कल्याण विभाग ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के छात्र – छात्राओं के नाम 2012 -13 और 2014 -15 में दो करोड़ 10हजार 440 रुपये की छात्रवृत्ति जारी की, जिसे सिर्फ कागजों में दिखाया गया। इसके बाद मामले की जांच की गई तो इस हेराफेरी का पता चला।