देहरादून। अनीता रावत
उच्च शिक्षा एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि ऐसा ऐप तैयार हो चुका है, जिससे बारिश को आगे-पीछे या कम ज्यादा भी किया जा सकता है। इसका प्रेजेंटेशन तैयार कराया जा रहा है। जल्द ही इसे केंद्र सरकार के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। यह ऐप कई राज्यों के लिए उपयोगी साबित हो सकता है।
मीडिया से बातचीत में डॉ. रावत ने दावा किया। रावत का यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। मंत्री ने इसमें आपदाओं की रोकथाम के लिए गठित समिति की जानकारी भी दी है। हालांकि कमेटी सूत्रों का कहना है कि बारिश को प्रभावित करने वाला ऐप नहीं बल्कि एक तकनीकि है। विश्व के कुछ देशों में इसका उपयोग हो रहा है। इसकी मदद से साफ और सुरक्षित पानी पाया जा सकता है। राज्य में भी वैज्ञानिक इसका अध्ययन कर रहे हैं।
इधर मंत्री के बारिश के ऐप वाले बयान पर काफी कमेंट आ रहे हैं। एक सोशल मीडिया यूजर शंकर मंडल ने लिखा कि मंत्री जी, इस ऐप से ईवीएम को भी हैक किया जा सकता है क्या? खाली बैठा हूं तो पूछ लिया। दूसरे यूजर ने जीएस नेगी ने कहा कि, मंत्री जी, ऐसे खुलेआम मत बोलिए। ये टैक्नोलॉजी विदेशियों के हाथ लग सकती है। इंद्रेश नौटियाल ने लिखा कि मेरे घर में अत्यधिक बारिश की वजह से नमी आ गई है। बारिश को इधर उधर करना है।
एक अन्य यूजन लिखा कि, त्रिवेंद्र, तीरथ क्या कम थे, खैर ये तो कुछ ज्यादा ही हैं। अनिल राणा ने कहा कि भैजी बल, कृपा इसी ऐप के कारण रुकी हो, जहां सूखा पड़ता है शायद। इन सबके बीच एक यूजर कुलदीप रावत ने लिखा कि, राइट ये एक डिवाइस है जो लैपटॉप-मोबाइलसे संचालित की जाती है। दुबई में उसी से आज भी बारिश करवाई जाती है।