वाशिंगटन।
दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी नौसेना की पनडुब्बी किसी वस्तु से टकरा गई। इसमें 11 लोग घायल हो गए। हालांकि उधर, चीन ने भी इस मसले पर चिंता जताई है।
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पनडुब्बी किस वस्तु से टकराई है, लेकिन यह कोई अन्य पनडुब्बी नहीं थी। उन्होंने बताया कि यह डूबा हुआ जहाज, डूबे हुए जहाज का कोई कंटेनर या फिर कोई अन्य वस्तु हो सकती है। उधर, पनडुब्बी परिचालन के लिहाज से ठीक स्थिति में है। घटना की संक्षिप्त जानकारी मुहैया कराते हुए अमेरिकी पैसिफिक फ्लीट ने कहा कि पनडुब्बी ‘यूएसएस कनेक्टिकट’ अब भी सुरक्षित और स्थिर स्थिति में है। घटना दो अक्तूबर की है। बयान में कहा गया है कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस घटना की जांच की जाएगी। नौसेना के दो अधिकारियों ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि यह घटना दक्षिण चीन सागर में हुई जब कनेक्टिकट नियमित अभियान पर था। उन्होंने बताया कि कनेक्टिकट में सवार दो नौसैनिकों को चोटें आई हैं और करीब नौ अन्य को मामूली चोटें आई हैं। सभी का पनडुब्बी में ही इलाज किया गया। चीन ने शुक्रवार को एक अमेरिकी पनडुब्बी के बारे में चिंता व्यक्त की, जिसने दक्षिण चीन सागर में एक अज्ञात वस्तु को टक्कर मार दी थी। ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि चीनी विदेश मंत्रालय झाओ लिजियन ने अमेरिका से ब्योरा देने का आग्रह किया है। लिजियन ने कहा कि इसका परिभ्रमण का उद्देश्य क्या था। क्या इससे परमाणु रिसाव हुआ या समुद्री पर्यावरण को नुकसान पहुंचा है। गौरतलब है कि यूएसएस कनेक्टिकट अमेरिकी नौसेना की न्यूक्लियर अटैक पनडुब्बी है। इस पनडुब्बी पर 15 अधिकारियों के साथ 101 नौसैनिक तैनात रहते हैं। 107.5 मीटर लंबी 7,568 टन वजनी यह पनडुब्बी कई तरह की घातक मिसाइल और तारपीडो से लैस है। इसमें आठ की संख्या में 28 इंच के तारपीडो ट्यूब दिए गए हैं। इसके अलावा इस पनडुब्बी पर 40 की संख्या में तारपीडो और मिसाइलों को रखा जा सकता है। यूएसएस कनेक्टिकट समुद्र में बारूदी सुरंग बिछाने में माहिर है। इस पनडुब्बी पर 100 से ज्यादा नेवल माइन रखा जा सकता है।