लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
टोक्यो पैरालंपिक के मेडल विजेताओं को मेरठ में सम्मानित कर 31 करोड़ रुपये के चेक भेंट कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के साथ पूरे देश में अपना संदेश पहुंचा दिया। खेल और खिलाड़ियों के प्रति पिछली सरकारों तक बनी धारणा को मुख्यमंत्री ने सम्मान समारोह से धो दिया। अब तक माना जाता था कि यूपी में खिलाड़ियों को ना तो सुविधाएं हैं और ना ही प्रोत्साहन। लेकिन गुरुवार के कार्यक्रम में यूपी सरकार ने स्वर्ण पदक विजेता को दो करोड़, रजत पदक विजेता को डेढ़ करोड़ और कांस्य पदक विजेता को एक करोड़ रुपये देकर नई छवि गढ़ दी। पैरालंपिक में पदक विजेताओं को अधिकांश राज्यों की तुलना में यूपी में दी गई धनराशि सर्वाधिक मानी जा रही है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंच से इसका दावा भी किया कि जितना सम्मान और पैसा यूपी सरकार ने दिया उतना किसी और राज्य में नहीं मिला।
पैरा ओलंपिक खिलाड़ियों के सम्मान समारोह का यह ऐसा पहला कार्यक्रम था जिसका आयोजन सरकार ने किया और देश-प्रदेश के खिलाड़ियों को बुलाया गया। दिव्यांगों सशक्त बनाते हुए मुख्यधारा से जोड़ने के सरकारी प्रयासों पर भी सम्मान समारोह ने मुहर लगा दी। कार्यक्रम में यूपी के अधिकांश जिलों से पैरा ओलंपिक खिलाड़ी पहुंचे थे। इन सभी का जिस तरह से मेरठ में विभिन्न चौराहों पर भव्य स्वागत किया गया वह अविस्मरणीय था। चौराहों पर बैंड की धुन और वंदे मातरम के गीतों ने समारोह को यादगार बना दिया। कार्यक्रम में राजस्थान, हरियाणा, ओडिसा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार और उत्तराखंड से खिलाड़ी और उनके परिजन, कोच एवं अधिकारी साथ आए। कार्यक्रम के बाद इन राज्यों के खिलाड़ियों ने यूपी सरकार की पहल की प्रशंसा की। खिलाड़ियों ने कहा कि यह सम्मान उन्हें नई प्रेरणा देगा। सरकार यदि इस तरह से सम्मानित कर प्रोत्साहित करे तो अच्छे खिलाड़ी जरूर निकलेंगे। यूपी में प्रोत्साहन एवं सुविधाएं नहीं मिलने पर अधिकांश खिलाड़ी हरियाणा एवं अन्य राज्यों में खेलने चले जाते थे। मंच पर पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खेल सामग्री के विभिन्न स्टॉल को देख रहे थे। इसी बीच यहां शोभापुर से 32 वर्षीय दिव्यांग अमित गौड़ भी ट्राइसाइकिल पर पहुंचे। अमित ने ना केवल केसरिया रंग का कुर्ता पहना था बल्कि ट्राइसाइिकल को भी केसरिया रंग में रंग रखा था। मुख्यमंत्री ने अमित से बात की। अमित ने मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी की इच्छा जताई तो उन्होंने हामी भर दी। थोड़ी कठिनाई होने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अमित से मोबाइल फोन लेकर सेल्फी खींचकर दी।