मुंबई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राज्य में बेरोजगारी के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कुछ बड़ी परियोजनाओं को गुजरात स्थानांतरित कर दिया गया, जिससे महाराष्ट्र में नौकरियां खत्म हो गईं। उधर, प्रियंका गांधी ने नागपुर में भी एमवीए प्रत्याशी के समर्थन में रोड शो किया। राज्य की महायुति सरकार की प्रमुख योजना ‘लाडकी बहिन’ को लेकर उस पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा कि महिलाओं को बेहतर जीवन के लिए वोट देना चाहिए, न कि इसलिए कि उन्हें प्रति माह 1,500 रुपये मिल रहे हैं। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि अगर विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सत्ता में आता है, तो वह सोयाबीन की फसल के लिए किसानों को 7,000 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) देगा। उन्होंने महाराष्ट्र में युवाओं की आत्महत्या को रोजगार के अवसरों की कमी से जोड़ने की भी कोशिश की। प्रियंका ने कहा किया कि देश में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा युवा आत्महत्या कर रहे हैं। यह बेरोजगारी को दूर करने में भाजपा की विफलता का नतीजा है। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं द्वारा लगाए गए नारे एक हैं तो सेफ हैं पर प्रियंका ने कहा कि सेफ शब्द के दो अर्थ हैं-सुरक्षित और खजाना। इस देश में सही मायने में सुरक्षित सिर्फ कुछ बड़े कारोबारी हैं। चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रिक्त पदों को भरने और नौकरी चाहने वालों को 4,000 रुपये प्रति माह बेरोजगारी भत्ता देने के एमवीए के वादे को दोहराया। उन्होंने महिलाओं के लिए समर्थन का भी आश्वासन दिया और सम्मान के तौर पर 3,000 रुपये मासिक देने का वादा किया।