हल्द्वानी। कोसी के बांध पर सोमवार देर रात गोवध की सूचना पर छापा मारने पहुंची पुलिस पर गो-तस्करों ने फायरिंग कर दी। इस दौरान पुलिस की जबावी कार्रवाई में दो गो तस्कर पैर में गोली लगने से घायल हो गए। साथ ही उनके दो और साथी भी पुलिस ने दबोच लिए। पुलिस ने मौके से चार तमंचे और गोवध करने के उपकरण बरामद किए हैं। घायल बदमाशों को पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की। साथ ही दो अन्य गो-तस्करों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। सोमवार को रात एक बजे कोतवाल संदीप त्यागी गश्त कर रहें थे। इस दौरान मुखबिर ने कोतवाल को सूचना दी कि नगर से सटे गांव जालफनगला में कोसी नदी के बांध पर गो तस्कर गोवध करनें की फिराक में है। सूचना पर कोतवाल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और घेराबंदी शुरू कर दी। गो तस्कर पुलिस को देख घबरा गए और पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें पुलिस बालबाल बच गई। पुलिस की जबावी फायरिंग में नगर के मौहल्ला रसूलपुर निवासी अकरम व गांव लाड़पुर निवासी रिजवान के पैर में गोली लग गई। पुलिस ने मौके से चार गोतस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 315 बोर के चार तमंचे, तीन जिंदा कारतूस, दो खोखा, एक बाइक, कुल्हाड़ी, रस्सी एवं वध कर मांस काटने के उपकरण बरामद कर कोतवाली ले आई। पुलिस ने दोनों घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। दो अन्य पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम नगर के मोहल्ला रसूलपुर निवासी राशिद व उत्तराखंड के थाना बाजपुर के गांव जगन्नाथपुर निवासी शौकीन बताया। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। कोतवाल संदीप त्यागी ने बताया कि दो आरोपियों को न्यायालय मे पेश किया गया। जहां से जेल भेजा गया है। दो घायल तस्कर को उपचार के बाद जेल भेजा जायेगा। रामनगर के कोतवाली क्षेत्र के गांव धनौरी के जंगल में एक गाय को गांव के ही इरफान ने पाटल से हमला कर लहूलुहान कर दिया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 12 अक्टूबर को धनौरी के जंगल में कोसी नदी पार खेतों पर जा रहें किसानों को प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष व देवी का फोटो फटे पड़े देख उनमें हड़कंप मच गया था। जिस पर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल कार्यकर्ता मौके पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया था। सूचना पर सीओ व कोतवाल के आश्वासन पर संगठन के लोग शांत हुए थे। लगातार घटना होने पर विहिप बजरंग दल के लोग भड़क गए थे। जिस पर रविवार को विश्व हिंद परिषद धर्म प्रसार संत संपर्क मेरठ प्रांत अध्यक्ष अनिल वशिष्ठ समेत दुर्गा वाहिनी के दर्जनों लोगों ने सीओ और कोतवाल से मिलकर पुलिस पर मिलीभगत से गोकशी कराने का आरोप लगाया था। हिंदू संगठनों को सीओ ने तीन दिन में घटना के खुलासे का आश्वासन दिया था।