अर्पणा पांडेय
संयुक्त अरब अमीरात भारत के साथ अपनी दोस्ती लगातार निभा रहा है। इस दोस्ती के खातिर ही यूएई ने जहां भारत के भगोड़ों को भारत के हवाले कर दिया। वहीं अब आतंकवादियों को भी भारत के हवाले कर रहा है। ताजा मामला सीआरपीएफ कैंप पर हमले के आरोपी जैश ए मोहम्मद के आतंकी निसार अहमद तांत्रे का है, जिसे यूएई ने भारत के हवाले कर दिया।
एनआईए लेथपोरा हमले की जांच कर रही है। एनआईए कोर्ट के स्पेशल जज ने निसार के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी किया था। रविवार को निसार को विशेष विमान से दिल्ली लाया गया और यहां उसे एनआई को सौंप दिया गया। वारंट जारी होने के बाद उसे यूएआई से डिपोर्ट करवाया जा सका।निसार तांत्रे जैश के दक्षिणी कश्मीर का डिविजनल कमांडर नूर तांत्रे का भाई है। नूर तांत्रे ने घाटी में जैश को पांव जमाने में मदद की। उसे दिसंबर 2017 में एक एनकाउंटर में मार गिराया गया था। गौरतलब है कि संयुक्त अरब अमीरात अगुस्टा वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर खरीद के मामले में रिश्वतखोरी के आरोपी क्रिश्चियन मिशेल, मामले में कथित दलाल दीपक तलवार के अलावा सीरियाई आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के समर्थकों, इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य अब्दुल वाहिद सिद्दिबापा और 1993 मुंबई ब्लास्ट के आरोपी फारूख टकला जैसे आतंकवादियों को भारत सरकार को सौंप चुका है। अब यूएई ने सीआरपीएफ पर हमले के आरोपी जैश ए मोहम्मद के आतंकी निसार अहमद तांत्रे को भारत को सौंप दिया है। निसार तांत्रे इसी वर्ष भारत से भागकर यूएई चला गया था। जैश का यह आतंकी जम्मू-कश्मीर के लेथपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप पर दिसंबर 2017 में हमले का मुख्य साजिशकर्ता है। 30-31 दिसंबर, 2017 की रात हुए इस आतंकी हमले में पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। तब तीनों हमलावरों को मार गिराया गया था।