हल्द्वानी। अनीता रावत
फर्जी राशनकार्ड मामले की जांच लटकाना दो दरोगाओं को भारी पड़ गया। लापरवाही की पुष्टि होने पर एसएसपी ने दोनों को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। राशन कार्ड मामले की जांच एक माह के भीतर पूरी करने के निर्देश दिये गये हैं।
जसपुर के निजामगढ़ निवासी सरदार खान ने दो साल पहले हाईकोर्ट में दायर याचिका में राशन डीलर मोहम्मद उमर पर फर्जी कार्ड बनाकर राशन हड़पने का आरोप लगाया था। मामले में डीलर पर कोतवाली में केस दर्ज हुआ, जिसकी जांच पतरामपुर चौकी के तत्कालीन प्रभारी एसआई बसंत पंत को सौंपी गयी। पंत ने महीनों तक जांच शुरू नहीं की, इसी बीच उनका तबादला हो गया।
नये चौकी प्रभारी एसआई डीएस बिष्ट को यह जांच मिली तो उन्होंने भी इसे लटकाये रखा। कुछ दिन पहले उनका भी तबादला हो चुका है। इसी बीच सरदार खान ने हाईकोर्ट में गुहार लगाकर जांच नहीं होने की शिकायत की। हाईकोर्ट ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में एसएसपी से जानकारी लेने के बाद एक माह में जांच पूरी करने को कहा। इसके बाद शनिवार देर शाम एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने दोनों दरोगाओं को निलंबित कर दिया। पंत वर्तमान में पुलभट्टा थाने में, जबकि बिष्ट दिनेशपुर थाने में तैनात हैं। एसएसपी ने जसपुर कोतवाल जेएस देउपा को एक माह में राशनकार्ड मामले की जांच को कहा है। देउपा ने बताया कि वह जल्द जांच पूरी कर रिपोर्ट एसएसपी को सौंप देंगे।