वाशिंगटन। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को एफबीआई के निदेशक पद के लिए काश पटेल को नामित किया है। बताया जाता है कि पटेल ट्रंप के विश्वासपात्र हैं।
ट्रंप ने शनिवार रात सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, पटेल ने रूस के संबंध में फैलाए गए झूठ को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और वह सच्चाई, जवाबदेही एवं संविधान के समर्थक के रूप में खड़े रहे। ट्रंप ने अपने स्वामित्व वाले सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि काश पटेल एफबीआई के अगले निदेशक के रूप में काम करेंगे। काश एक बेहतरीन वकील, जांचकर्ता और अमेरिका को प्राथमिका देने वाले योद्धा हैं, जिन्होंने अपने करियर के दौरान भ्रष्टाचार को उजागर किया और न्याय तथा अमेरिका के लोगों की रक्षा की। 44 वर्षीय पटेल ने 2017 में तत्कालीन ट्रंप प्रशासन के अंतिम कुछ हफ्तों में अमेरिका के कार्यवाहक रक्षा मंत्री के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम किया था। ट्रंप ने कहा कि काश ने मेरे पहले कार्यकाल के दौरान शानदार काम किया। इस दौरान वह रक्षा मंत्रालय में चीफ ऑफ स्टाफ, राष्ट्रीय खुफिया उपनिदेशक और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद रोधी विभाग के वरिष्ठ निदेशक रहे। काश ने अदालत में हुईं 60 से अधिक सुनवाइयों में प्रशासन की तरफ से पैरवी भी की। काश पटेल मूल रूप से भारत के गुजरात से ताल्लुक रखते हैं। उनका पूरा नाम कश्यप पटेल है। काश पटेल के पिता 1970 के दशक में अमेरिका आ गए थे। इसके बाद 1980 में न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में उनका जन्म हुआ। काश ने ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन फैकल्टी ऑफ लॉज से अंतरराष्ट्रीय कानून की पढ़ाई की है। वह राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद निरोध के वरिष्ठ निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं। काश पटेल एक अमेरिकी वकील और राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ हैं।