देहरादून। अनीता रावत
कांग्रेस से ज्यादा दिन दूर नहीं रह सकता था। इन पौने पांच सालों में कोई दिन ऐसा नहीं गया, जब मेरा मन मुझे कचोटता नहीं था। हमेशा कसमसाहट में रहा और आखिरकार लौट आया। वे कांग्रेस मुक्त भारत बनाना चाहते हैं, लेकिन अब हम मिलकर भाजपा मुक्त उत्तराखंड बनाएंगे। सोमवार को देहरादून के कांग्रेस भवन पहुंचे यशपाल आर्य ने भावुक अंदाज में यह बातें कहीं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद पहली बार देहरादून पहुंचे यशपाल आर्य का कांग्रेसियों ने भव्य स्वागत किया गया।
तीन सप्ताह पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में वापसी करने के बाद पहली बार सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय भवन पहुंचे तो भावुक हो गए। रूंधे गले से बोले, सुबह का भूला, शाम को लौट आए तो उसे भूला नहीं कहते। 40 वर्ष तक कांग्रेस की सेवा की है। यशपाल आर्य ने जब वे भाजपा में थे तो उनके सहयोगी मित्र आपस में कहते थे, भाजपा को सरकार चलानी नहीं आती, सरकार कांग्रेस वाले ही अच्छी चलाते हैं। हम विपक्ष में ही ठीक हैं। यशपाल ने कहा कि भाजपा में कुछ भी सहज नहीं है। वहां सभी असहज हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का आदमी भाजपा में रह ही नहीं सकता है। भाजपा का विकास सिर्फ होर्डिंग-पोस्टर तक ही सीमित है। इससे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने यशपाल आर्य का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उन्होंने पहले भी पार्टी और संगठन को मजबूती प्रदान की है। उनकी पुन: वापसी से पार्टी को नया संबल मिलेगा। जनता को कांग्रेस से बड़ी उम्मीदें हैं, अब सबको मिलकर इन उम्मीदों पर खरा उतरना है। इस अवसर पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने आर्य का स्वागत चुटिले अंदाज में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ गोदियाल, दूसरी तरफ यशपाल हैं। हम सबको आपकी आज्ञा का पालन करना है। उन्होंने कहा कि यशपाल अपने ही बनाए घर में लौटे हैं। हमारे शरीर का एक टुकड़ा अलग हो गया था, जो फिर से जुड़ गया है। हरीश ने कहा कि यशपाल के आने से पार्टी में पार्टी में नई शक्ति का संचार होगा। अब कमजोर वर्ग, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को मिशन के तौर पर पार्टी से जोड़ना है। इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सहित तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने फूल मालाएं पहनाकर उनका जोरदार स्वागत किया। गौरतलब है कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले यशपाल आर्य ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। आर्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर दो कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। यशपाल आर्य अपने बेटे पूर्व विधायक संजीव आर्य के साथ कांग्रेस में वापसी कर चुके हैं। यशपाल आर्य छह बार विधायक रह चुके हैं। यशपाल पूर्व में उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे हैं। यशपाल आर्य पहली बार 1989 में खटीमा सितारगंज सीट से विधायक बने थे। वह पहले भी काफी समय तक कांग्रेस पार्टी में भी रहे हैं।