सिंगापुर। करोड़ों भारतीय की उम्मीदों को अपने कंधों पर लेकर भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश सोमवार से यहा शुरू हो रही विश्व शतरंज चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन को चुनौती देने उतर रहे हैं। इस मुकाबले में उनका लक्ष्य विश्वनाथन आनंद के बाद यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाला पहला भारतीय बनने का होगा।
वैसे आंकड़े गुकेश के पक्ष में हैं जिन्होंने पिछले नवंबर से 2794 की सर्वोच्च रेटिंग के साथ 37 रेटिंग अंक प्राप्त किए हैं जबकि लिरेन ने इसी अवधि में 52 अंक गंवाए हैं।
गुकेश का पलड़ा भारी : 32 वर्षीय लिरेन ने 2023 में रूस के इयान नेपोमनियाची के खिलाफ उतार-चढ़ाव भरे मुकाबले में जीत के साथ विश्व चैंपियन का ताज पहना था लेकिन तब से चीन का खिलाड़ी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी ग्रस्त रह चुका है। साथ ही पिछले एक साल में लिरेन ने गुकेश की तुलना में बहुत कम प्रतिस्पर्धा की है।
दूसरी ओर 18 वर्षीय भारतीय गुकेश चैंपियन बनने वाला धैर्य दिखा चुके हैं। गुकेश ने कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर शतरंज की दुनिया में तूफान मचा दिया। इनमें आर प्रज्ञाननंदा भी थे जिन्हें कई लोग मौजूदा पीढ़ी में सबसे प्रतिभाशाली मानते हैं। गुकेश ने भारत को शतरंज ओलंपियाड में पहली बार स्वर्ण दिलाने में मदद भी की।
गुकेश के सामने अजेय लिरेन : हालांकि एक चीज जो चीन के खिलाड़ी को राहत दे सकती है वह है दोनों के बीच आपसी मुकाबले। गुकेश ने अब तक लिरेन से कोई क्लासिकल बाजी नहीं जीती है जबकि लिरेन ने भारतीय के खिलाफ तीन बाजियों में दो जीत दर्ज की जबकि एक बाजी ड्रॉ रही। गुकेश के खिलाफ लिरेन ने पिछली जीत इस साल की शुरुआत में नीदरलैंड के विज्क आन जी में टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट के दौरान दर्ज की थी। उन्होंने 2023 में भी इसी प्रतियोगिता में गुकेश को हराया था। इस साल के टूर्नामेंट में 138 वर्षों में पहली बार दो एशियाई खिलाड़ी खिताब के लिए एक-दूसरे से भिड़ेंगे। गुकेश भारत के लिए 2013 से चल रहे खिताबी सूखे को खत्म करना चाहेंगे। तब पांच बार के चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने नॉर्वे के सुपरस्टार मैग्नस कार्लसन को खिताब गंवा दिया था। आनंद इस प्रतियोगिता को जीतने वाले एकमात्र भारतीय हैं।