देहरादून/रामनगर। अनीता रावत
उत्तराखंड में लगातार वन्यजीवों की मौत हो रही है, जो कि चिंता का विषय है। जिम कार्बेट पार्क के कालागढ़ रेंज में बाघ, गंगोलीहाट में तेंदुआ और बागेश्वर में भी तेंदुए के बच्चे की मौत से वन्यजीव प्रेमियों में हलचल मची हुई है।
विश्व प्रसिद्ध जिम कार्बेट नेशनल पार्क के कालागढ़ टाइगर रिजर्व की सोना नदी रेंज में पहाड़ी से गिरकर एक सप्ताह पहले मौत हो गई। वन विभाग ने इस मामले दबाने की कोशिश की। जानकारी के अनुसार बाघ का शव पेड़ पर लटका हुआ था। बाघ के सभी अंग सुरक्षित और उम्र करीब 11 साल रही होगी। वन कर्मियों ने बाघ के शव का पोस्टमार्टम कोटद्वार में कराया और उसके बाद शव को जला दिया। टाइगर रिजर्व के निदेशक के अनुसार पहाड़ी से गिरकर बाघ की मौत होने की पुष्टि की है। इधर, बागेश्वर के छानी भट्टकोला गांव में तेंदुए के बच्चे का शव मिलने से हड़कंप मच गया। शव पर कई घाव के निशान हैं। आशंका है कि जंगली सुअर या अन्य वन्यजीवों के साथ संघर्ष में शावक की मौत हुई होगी। वन विभाग ने पोस्टमार्टम के बाद शव को जला दिया। गंगोलीहाट के दुर्बोला के पास भी तेंदुए की मौत हो गई। रविवार शाम वन दरोगा टीम के साथ रवाना हो गए।