हल्द्वानी। अनीता रावत
सिडकुल पंतनगर में फैक्ट्रियों से निकलने वाले दूषित पानी का शोधन करने वाले कॉमन सीईपीटी के स्टोरेज टैंक में आयी तकनीकी खामी को दूर करने टैंक में उतरे हेल्पर की गैस से दम घुटने से मौत हो गयी। हेल्पर को बचाने के प्रयास में टैंक में उतरे प्लांट हेड और कंपनी के अकाउंटेंट की भी दम घुटने से मौत हो गयी। वहीं इनको बचाने का प्रयास कर रहा ड्राइवर भी गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत स्थिर है।
पंतनगर सिडकुल में सीईपीटी का हैराराबाद की कंपनी रैमकी वर्ष 2004 से बीओटी बेस पर संचालन करती है। इसकी मॉनिटरिंग का जिम्मा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड पर है। रैमकी कंपनी के सीईपीटी प्लांट के मूल रूप से आंध्र प्रदेश के गुन्टुर ईस्ट निवासी और हाल ओमेक्स निवासी रमन जी मेकाला प्लांट हेड थे। कंपनी में अवधेश पुत्र रामवृत्त मूल निवासी ग्राम पलहनी, आजमगढ़ यूपी अकाउटेंट और हरपाल पुत्र मूलचंद मूल निवासी चंपतपुर जिला बरेली और हाल निवासी ट्रांजिंट कैंप हेल्पर के रूप में कार्यरत थे। पुलिस और सिडकुल प्रशासन के मुताबिक, सोमवार को दिन में करीब साढ़े तीन बजे सीईपीटी के स्टोरेज टैंक में कुछ तकनीकी खामी आ गई। इसे दुरुस्त करने के लिए हेल्पर हरपाल टैंक में उतरा लेकिन वहां गैस से उसका दम घुट गया और बेहोश हो गया। हरपाल को बेहोश होते देखे प्लांट हेड रमन जी मेकाला टैंक में गए लेकिन वह भी गैस की चपेट में आ गए। उन्हें बेहोश होते देख अकाउंटेंट अवधेश उन्हें बचाने टैंक में उतरे लेकिन गैस के अत्यधिक दबाव के चलते वह भी बेहोश हो गए। इससे वहां मौजूद कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इसी दौरान कंपनी के प्लांट हेड रमन का ड्राइवर बिजेन्द्र वहां पहुंचा और उनको बचाने के लिए वह हाइड्रा की मदद से बेल्ट लगाकर टैंक में उतरा लेकिन गैस के तेज दबाव से वह बेहोश हो गया। गनीमत रही कि समय रहते उसको बाहर निकाल लिया गया। बिजेन्द्र को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया। वहीं हादसे में गैस से दम घुटने से प्लांट हेड रमन, अकाउटेंट अवधेश और प्लंबर हरपाल की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं देहरादून से कंपनी के अधिकारी घटना की जानकारी मिलने पर रुद्रपुर रवाना हो गए हैं। हादसे की सूचना पर एसएसपी दलीप सिंह कुंवर, सिडकुल के आरएम कमल कफल्टिया, एसडीएम प्रत्यूष सिंह, एएसपी ममता बोहरा, सीओ पंतनगर आशीष भारद्वाज मौके पर पहुंचे और घटना के बारे में जानकारी ली।