ताइपे।
चीन में न सिर्फ शोषण के खिलाफ आवाज उठाने पर प्रतिबंध है बल्कि अन्याय के खिलाफ बोलने की भी मनाही है। यही नहीं यदि सरकार के खिलाफ किसी ने आवाज उठाई तो उसे गायब होना पड़ता है। चाहे चीन के पूर्व उप प्रधानमंत्री पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली चीन की स्टार टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई हो या फिर प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली हुआंग शुएक्विन हो। या फिर ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के संस्थापक जैक मा या चीन की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली अभिनेत्री फैन बिंगबिंग हो। शोषण के खिलाफ आवाज उठाने पर इन्हें महीनों तक गायब रहना पड़ा।चीन सरकार के खिलाफ चीन में बोलना अपराध है। यही नहीं शोषण के खिलाफ भी आवाज उठाना गुनाह है। अभी हाल ही में चीन की टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई के पूर्व उप प्रधानमंत्री झांग गाओली पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद गायब हो जाने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस घटना की काफी निंदा की गई थी। 35 वर्षीय पेंग शुआई चीन की स्टार टेनिस खिलाड़ी हैं। टेनिस डबल्स रैंकिंग में वे वर्ल्ड नंबर-वन रह चुकी हैं। साथ ही उन्होंने तीन ओलिंपिक खेलों में चीन का प्रतिनिधित्व भी किया है। दो नवंबर को पेंग ने चीनी सोशल मीडिया विबो पर एक पोस्ट लिखी। इसमें उन्होंने ने चीन के पूर्व उप-प्रधानमंत्री झांग गाओली पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। पोस्ट में लिखा था कि झांग गाओली करीब तीन साल पहले मुझे अपने घर ले गए थे। फिर अपने कमरे में ले जाकर मेरे साथ संबंध बनाना चाहते थे। मैं यकीन नहीं कर सकती कि उनकी बीवी भी इसके लिए राजी थी। इस पोस्ट के बाद पेंग गायब हो गई थीं और उनकी सोशल मीडिया की पोस्ट भी डिलीट कर दी गईं। बाद में पेंग शुआई के नाम से एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया, मैं गायब नहीं हूं, न ही असुरक्षित हूं। मैं बस घर पर आराम कर रही हूं और सब ठीक है। पेंग ने 21 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष के साथ एक वीडियो कॉल की थी। वहीं प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला का सार्वजनिक रूप से साथ देने वाली हुआंग शुएक्विन को सितंबर में गिरफ्तार कर लिया गया था। यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने में एक महिला की मदद करने वाली वांग जियानबिंग को भी हिरासत में ले लिया गया। चीन में इसी तरह कई अन्य महिला अधिकार कार्यकर्ता हैं, जिन्हें सोशल मीडिया मंच पर प्रताड़ित किया गया, जिनमें से कुछ ने परेशान होकर अपने अकाउंट भी बंद कर दिए हैं। यही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के संस्थापक और चीन के अमीरों में शुमार जैक मा भी पिछले साल अक्तूबर में लापता हो गए थे। अक्तूबर 2020 में ही उन्होंने चीन के सरकारी बैंकों और बिजनेस के लिए आर्थिक मॉडल की आलोचना की थी। चीनी सरकार ने अलीबाबा के एंट ग्रुप की स्टॉक मार्केट लिस्टिंग पर भी रोक लगा दी थी। वहीं फैन बिंगबिंग चीन की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली अभिनेत्री में शुमार हैं। 2018 में चीनी अधिकारियों ने फैन और उनकी कंपनियों को 13 करोड़ डॉलर की राशि टैक्स चोरी के मामले में चुकाने का आदेश दिया था। इसके बाद ही फैन तीन महीने तक गायब थीं। वापसी के बाद उन्होंने लिखा था, पार्टी और देश की अच्छी नीतियों के बिना, देश की जनता के प्यार के बिना फैन बिंगबिंग का अस्तित्व संभव नहीं है। बिजनेस वुमन डुआन वेईहांग भी 2017 में लापता हो गई थीं। उनके पति एक किताब को प्रकाशित कराना चाह रहे थे। इस किताब में वे चीन के समृद्ध वर्गों में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाले थे। चार साल बाद डुआन ने पति को फोन कर कहा था कि वह किताब प्रकाशित नहीं करवाएं।