हल्द्वानी। एक बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार करने वो लोग वाहन से जा रहे थे। लेकिन तेज गति वाहन, ओवरलोडिंग और खराब सड़क के रूप में काल ने उनमें से आठ लोगों को निगल लिया। मामला चम्पावत के बाराकोट का है। बताया जा रहा है कि बाराकोट के सिरतोली गांव से शव लेकर रामेश्वर जा रहा एक वाहन रविवार को खाई में गिर गया। हादसे में आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 12 से ज्यादा लोग गंभीर घायल हो गए। एसपी चम्पावत धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि ओवरलोडिंग और सड़क खराब होने के चलते ये हादसा हुआ। मामले की पूरी जांच की जायेगी। वहीं गंभीर रूप से घायल चार व्यक्तियों को एयर लिफ्ट कर सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी पहुंचाया गया। एसटीएच में भर्ती घायलों का हालचाल जानने के लिए सचिव मुख्यमंत्री एवं कुमाऊं आयुक्त राजीव रौतेला, जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने चिकित्सालय पहुंचकर घायल व्यक्तियों की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
जानकारी के अनुसार बाराकोट के सिरतोली गांव निवासी मृतका खीमा देवी (70) के अंतिम संस्कार के लिए पिकअप से शवयात्री रामेश्वर रामेश्वर स्थित श्मशान घाट जा रहे थे। मटियाल बैंड पर लीसा डिपो के पास वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गया। हादसे की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, पुलिस और ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। आननफानन में रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। लेकिन तब तक छह लोगों की मौत हो चुकी थी। हादसे के बाद घटना स्थल पर मृतकों और घायलों के परिजनों का जमावड़ा लग गया। शवों और तड़पते घायलों को देख परिजनों में कोहराम मच गया था। रेस्क्यू टीम ने घायलों को खाई से बाहर निकालकर सीएचसी में भर्ती कराया। इलाज के दौरान भी दो लोगों ने दम तोड़ा दिया। गंभीर घायलों की मदद के लिए चौपर मंगाया गया। चार गंभीर रूप से घायल को चौपर से हल्द्वानी रेफर किया गया। सूत्रों के अनुसार अंतिम संस्कार के लिये लकड़ियां और 20 से अधिक लोग पिकअप में सवार थे। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो शवयात्रा में शामिल दोनों वाहनों में एक दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ लगी थी। उनका कहना है कि ओवर लोडिंग और तेज गति ही इस हादसे की वजह बनी। घायलों ने यह भी बताया कि वाहन का ड्राइवर गाड़ी नहीं चला रहा था बिल्क दूसरा ड्राइवर गाड़ी चला रहा था। हादसे में दोनों ड्राइवरों की मौत हो गई।