हल्द्वानी। अनीता रावत
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद के आपदा प्रभावित धारचूला का निरीक्षण किया। इसके बाद वे जिला मुख्यालय पहुंचे। धामी ने इस दौरान प्रदेश में इस बार 2013 से भी भयंकर आपदा आई। 17 अक्तूबर से हुई बारिश से तीन दिनों में 2017 की आपदा का रिकार्ड तोड़ा है। कहा कि इस बार आपदा में नुकसान भी प्रदेश को पहले की तुलना में अधिक हुआ है। वहीं सीएम ने आपदा प्रभावितों की मौत पर दु:ख जताते हुए धारचूला व नैनी सैनी एयरपोर्ट में आयोजित कार्यक्रम में दो मिनट का मौन रखकर अपनी श्रद्धांजलि दी। कहा कि आपदा पीडित परिवारों की सरकार हर संभव मदद करेगी।
शनिवार को सीएम धामी जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे। दोपहर 12.11 बजे धारचूला पहुंचे सीएम ने कहा कि प्रदेश में आपदा प्रबंधन तंत्र को और सक्रिय किया जाएगा। जिससे आपदा का पूर्वानुमान कई दिन पहले लगाया जा सके। उन्होंने कहा प्रदेश में आपदा अनुसंधान केन्द्र बनाने के लिए उन्होंने केन्द्र सरकार से सहायता मांगी है। जल्द इस दिशा में काम किया जाएगा। कहा मौसम विभाग ने समय पर चेतावनी जारी की थी जिस कारण प्रदेश में बड़ी जनहानि को रोकने में हम सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सजग रहकर राहत कार्य करने के निर्देश दिए गये हैं। कहा कि संसाधानों की कमी आने नहीं दी जाएगी। बाद में यहां नैनी सैनी एयरपोर्ट पहुंचे सीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक की और जन समस्याएं भी सुनीं। कहा कि सड़कों को खोलना अभी हमारी प्राथमिकता है। राज्य को आपदा के संकट से बाहर लाने के लिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना होगा। कहा कि सीमांत जनपद में आपदा से क्षति के आकलन के लिए केन्द्र से टीम पहुंची है। केन्द्र सरकार का हर संभव सहयोग मिल रहा है। सीएम पीएम व गृह मंत्री का भी सहयोग के लिए आभार जताया। इस दौरान उनके साथ आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत सहित कई अधिकारी शामिल रहे। सीएम पुष्कर सिंह धामी के साथ आए आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि 110 दिनों में धामी सरकार ने 350 परिवारों का विस्थापन कर साबित कर दिया है कि सरकार आपदा प्रभावितों के हितों को लेकर गंभीर है। उन्होंने सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं।