हल्द्वानी। अनीता रावत
नैनीताल के होटलों में जहां सख्ती के कारण पर्यटकों की संख्या में कमी आ गई है वहीं रामनगर और हल्द्वानी के होटल पर्यटकों से गुलजार हैं। रामनगर में होटल और रिजॉर्ट फुल होने का एक और कारण है कॉर्बेट पार्क।
मिली जानकारी के अनुसार यूपी, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बिहार आदि राज्यों के हजारों पर्यटक उत्तराखंड के बॉर्डर से नैनीताल व अन्य पर्यटन क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। नैनीताल और राज्य की सीमा पर कोविड-19 के मानकों को पूरा कराने को लेकर सख्ती बरती जा रही है। खासकर नैनीताल में आरटीपीसीआर रिपोर्ट व मास्क न पहनने वाले पर्यटकों पर कड़ी कार्रवाई हो रही है। सख्ती को देखते हुए पर्यटक कॉर्बेट पार्क के आसपास रिजॉर्ट व होटलों में रुकना पसंद कर रहे हैं। इससे रामनगर के रिजॉर्ट व होटल पूरी तरह से पैक हैं।
कोरोना संक्रमण घटने के बाद से पर्यटकों को प्रदेश में आने की अनुमति दी गई है। इससे घरों में कैद पर्यटक पर्यटन क्षेत्रों में आ रहे हैं। नैनीताल में ही कई हजार पर्यटक पहुंच रहे हैं। जबकि रामनगर में भी इस समय करीब 10 हजार से अधिक पर्यटक हैं। पिछले वीकेंड में नैनीताल पूरी तरह से पैक था, लेकिन रामनगर के कुछ होटल व रिजॉर्ट में सन्नाटा था। नैनीताल में कोरोना को देखते हुए सख्ती बरती गई है। कई टीमें पर्यटकों पर नजर बनाए हुए हैं। सोशल डिस्टेसिंग व मास्क नहीं लगाने पर तुरंत पर्यटकों का चालान काटा जा रहा है। इससे पर्यटक नैनीताल जाने से बचने लगे हैं। रिजॉर्ट एसोएसिशन के अध्यक्ष हरिमान सिंह ने बताया कि इस वीकेंड में रामनगर के करीब ढाई सौ होटल व रिजॉर्ट पूरी तरह से पैक हैं। बताया कि जो लोग ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं, उन्हें तक बुकिंग नहीं दी जा रही है। यह सब नैनीताल में सख्ती का असर ही है कि रामनगर को इसका लाभ मिल रहा है। बताया कि कोरोना के चलते पर्यटन कारोबारी पूरी तरह से बर्बाद होने के कगार पर थे। पर्यटकों की संख्या को देखते हुए पर्यटन कारोबारियों का मनोबल बढ़ा है। कोतवाल आशुतोष ने बताया कि रामनगर में पर्यटक बढ़ने से जाम की स्थिति बन रही है। हालांकि पुलिस की व्यवस्थाओं से जाम नहीं लग रहा है। बाहर से आने वाले लोग आसानी से आ रहे हैं।