वाशिंगटन। अमेरिकी सेना में भर्ती के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीति को सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दे दी। इसके तहत किन्नरों की अमेरिकी सेना में अब भर्ती नहीं होगी। अदालत ने ट्रंप प्रशासन के इस फैसले को 5-4 से मंजूर किया। हालांकि, निचली अदालतों में इस नीति को चुनौती देने के मामले चलते रहेंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायाधीशों ने ट्रंप प्रशासन के इस फैसले का विरोध किया। इस नीति के तहत किन्नरों को सेना में भर्ती होने से रोके जाने का प्रावधान है। हालांकि ट्रंप प्रशासन का कहना है कि किन्नरों के सेना में भर्ती होने से उसके प्रभाव और क्षमता पर बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।
गौरतलब है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में किन्नरों को सेना में भर्ती करने की नीति को लागू किया था। इस नीति के तहत न केवल किन्नर सेना में भर्ती हो सकते थे, बल्कि उन्हें लिंग सर्जरी के लिए भी सरकारी मदद देने का प्रावधान किया गया था। इस नीति के तहत सेना को एक जुलाई, 2017 को किन्नरों की भर्ती शुरू करनी थी। ट्रंप प्रशासन ने इस नीति को एक जनवरी, 2018 तक बढ़ा दिया, लेकिन बाद में इस नीति को पूरी तरह समाप्त करने का निर्णय ले लिया।