कोलकाता। ईडी पर हमला करने और संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख को कोर्ट की सख्ती के बाद आखिरकार पश्चिम बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शाहजहां शेख उत्तर 24 परगना जिले स्थित मिनाखा के एक घर में छुपा हुआ था, जहां से पुलिस ने उसे गुरुवार तड़के दबोच लिया।
तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख से पूछताछ करने गई ईडी पर करीब 15 दिन पहले जानलेवा हमला हुआ था। मामले के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख फरार हो गया था। हमले के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। भाजपा, कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों ने तृणमूल कांग्रेस और सीएम ममता बनर्जी शाहजहां शेख को बचाने का आरोप लगाया था। वहीं स्थानीय लोगों ने शाहजहां शेख पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे। संदेशखाली की महिलाओं ने शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर यौन शोषण और जमीन के पट्टों कब्जाने के गंभीर आरोप लगाए थे। इस मामले में कोर्ट ने बुधवार को कहा था कि शाहजहां शेख को गिरफ्तार करने के लिए सीबीआई पूरी तरह स्वतंत्र है। कोर्ट के आदेश के गुरुवार सुबह उत्तर 24 परगना जिले के मिनाखा स्थित एक घर शाहजहां शेख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शाहजहां करीब 15 दिनों से उस घर में छुपा हुआ था। गिरफ्तार के बाद मुख्य आरोपी शाहजहां को बशीरहाट की अदालत में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने उसे दस दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शेख प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों की टीम पर हमले के बाद से फरार था। मामले में सात फरवरी को न्यायाधीश टीएस शिवगणनम की एकल पीठ ने ईडी के अधिकारियों पर हमले की जांच के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और पश्चिम बंगाल पुलिस के संयुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन पर रोक लगाई थी। लेकिन राज्य महाधिवक्ता की अर्जी पर उच्च न्यायालय ने सोमवार को शाहजहां शेख की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। इसके बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने पर बुधवार को कोर्ट ने निर्देश दिया कि सीबीआई और ईडी शेख को गिरफ्तार करने के लिए स्वतंत्र हैं।