नई दिल्ली। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के माध्यम से 22 जनवरी (राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा) को जो कार्य हुआ है, वो सामान्य नहीं है। भारत को इस दिन की प्रतीक्षा सदियों से थी। 22-23 जनवरी को हम सबने देखा कि क्या भावनाएं थीं? सैकड़ों वर्षों से लोगों की कामना थी कि राम जन्मभूमि पर मंदिर बन जाए। बहुसंख्यक समाज को सदियों तक लड़ाई लड़नी पड़ी। हर स्तर पर लड़ाई लड़ी गई। अंतत: वो अवसर आया, जब सनातनियों की आस्था पूरी हुई। जहां संकल्प था, मंदिर वहीं पर बना है। उसके लिए प्रधानमंत्री का अभिनंदन और धन्यवाद। योगी ने कहा कि काशी विश्वनाथ से जो यात्रा शुरू हुई थी, वह आज अयोघ्या में रामलला की भव्य प्राण प्रतिष्ठा तक पहुंची है। पिछले 10 वर्षों में पूरे भारत ने एक नए भारत का दर्शन किया है। एक नया भारत, जहां हर भारतीय नागरिक को सम्मान मिलता है। प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से देश को नेतृत्व देते हैं। 12 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि दी गई। ये दस वर्ष अंत्योदय से विकसित अर्थ व्यवस्था तक, आस्था से विकास तक विकसित भारत की संकल्पना मोदी की गारंटी से ही पूरा हो सकता है। केंद्रीय मत्री एल मुरुगन ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया। वहीं प्रस्ताव में संबित पात्रा ने संशोधन रखा, जिसमें करतारपुर कॉरिडोर, वीर बाल दिवस पर विषय रखा और प्रधानमंत्री के सिख पंथ के प्रति प्रेम और सम्मान को प्रस्ताव में शामिल करने की बात कही। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी प्रस्ताव में संशोधन लेकर आए। ग्रामीण भारत में आवाजाही और लोगों के जीवन में आए बलदाव के विषय को भी प्रस्ताव में जोड़ना चाहिए। पार्टियां जातिगत जनगणना की बात करती हैं, लेकिन हम सबके उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। इसको भी जगह मिले। आदिवासी समाज को मिल रहे सम्मान को भी प्रस्ताव में जगह मिले। कुछ संशोधनों के साथ राष्ट्रीय अधिवेशन में राजनीतिक प्रस्ताव पास कर दिया गया। भाजपा ने अपने राजनीतिक प्रस्ताव- विकसित भारत मोदी की गारंटी के नाम से पेश किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा पेश किए गए इस प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कालजयी नेतृत्व में 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य के साथ भारत की छवि एक सक्षम व सशक्त राष्ट्र की उभर कर सामने आई है। मोदी के कार्यकाल के दस साल राम राज्य की परिकल्पना को जमीन पर उतारने वाले रहे हैं। देश ने इस दौरान सुरक्षा, समृद्धि और खुशहाली का एक अविरल सफर तय किया है। प्रधानमंत्री के आव्हान पर देश ने पंच प्रण लेते हुए गुलामी की हर सोच से मुक्ति पाई है। अपनी विरासतों पर गर्व करना सीखा है। विकसित भारत के लिए अंगड़ाई लेना शुरू किया है। बीते दस सालों में जनता ने मोदी की गारंटी को घर-घर तक पहुंचते देखा है। इन दस सालों में सफलता के नए आयाम भी गढ़े गए हैं और कच्छ से कामरूप तक और कश्मीर से कन्याकुमारी तक भाजपा हर दिल की धड़कन बनी है। अधिवेशन इस विजय यात्रा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करता है।