पटना। राजेन्द्र तिवारी
अकबरनगर खरैहिया पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुरारपुर के 400 बच्चों के पठन-पाठन पर संकट खड़ा हो गया है। कारण अकबरनगर खरैहिया पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुरारपुर के 400 बच्चों के पठन-पाठन पर संकट खड़ा हो गया है। कारण जिस जमीन पर यह विद्यालय चल रहा है, वह जमीन रेलवे की है। रेलवे ने इसे खाली करने का नोटिस दिया है। इसको लेकर गांव में माइकिंग कराई है। इसको लेकर सोमवार को मुखिया पालो मंडल ने बैठक बुलाई और लोगों से राय शुमारी की। इस क्षेत्र का पुराना स्कूल है, इसकी स्थापना 1953 में हुई थी। खरैहिया निवासी कर्मण महतो ने स्कूल के लिए 0.13 डिसमिल जमीन दान में दी थी। पर स्कूल भवन का निर्माण उस जमीन न कराकर रेलवे के जमीन पर करा दिया गया था, तब से स्कूल वही पर संचालित हो रहा है। बैठक के बाद मुखिया के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमंडल सीओ से मिला। वहां इन्होंने स्कूल की जमीन को खाली कराने की गुहार लगाई है। सीओ शशिकांत कुमार ने कहा कि स्कूल की जमीन अतिक्रमण करने की सूचना मिली है। इसकी जांच कर नापी कराई जाएगी और अतिक्रमित जमीन को खाली कराया जाएगा। खरैहिया पंचायत के मुखिया पालो मंडल ने लोगों के साथ की बैठक। स्कूल की जमीन पर बन चुका है मकान : बताया जाता है कि स्कूल के लिए दान दी गई जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर उस मकान बना लिया है। सीओ से मिलने वालों में मुखिया के अलावा वार्ड सदस्य नरेश यादव, वार्ड 13 के पंच प्रतिनिधि सुरेन्द्र दास, उप सरपंच फुलो यादव का नाम शामिल है। मुखिया के यहां हुई बैठक में अंग क्रान्ति सेना के संयोजक शिशिर रंजन सिंह ने भी हिस्सा लिया। कहा यदि स्कूल की जमीन खाली नहीं हुई तो 28 जनवरी को धरना दिया जाएगा।