वाशिंगटन।
अब अंतरिक्ष से नीले ग्रह को निहारने का सपना सच होने वाला है। फ्लोरिडा की अंतरिक्ष पर्यटन कंपनी स्पेस पर्सपेक्टिव ने हाइड्रोजन बैलून से अंतरिक्ष की सैर कराने वाली नेप्च्यून कैप्सूल का सफल परीक्षण पिछले हफ्ते पूरा कर लिया। यान की कर्मशियल उड़ान अगले साल या 2026 के शुरुआत में होने की तैयारी है। इस पूरी यात्रा का किराया लगभग एक करोड़ रुपये (125000 डॉलर) रखा गया है।
परीक्षण के दौरान अंतरिक्ष यान नेप्च्यून ने छह घंटे की यात्रा की। इस दौरान पृथ्वी के वायुमंडल के 99 फीसदी से ऊपर (लगभग एक लाख फीट) गया और पैराशूट के जरिये धीरे-धीरे नीचे उतरकर समुद्र में गिर गया।
इस कैप्सूल में कुल 9 लोगों के बैठने की सुविधा है। यात्रा के लिए करीब 1800 लोगों ने पहले ही बुकिंग करा ली है। स्पेस पर्सपेक्टिव की सीईओ जेन पोयंटर ने कहा कि पहली चालक दल परीक्षण उड़ानें 2025 में शुरू होंगी, जिसमें वह और उनके पति टैबर सवार होंगे। इसके बाद यात्रियों को भेजा जाएगा। इस पूरे सफर के लिए छह घंटे यात्रियों को मिलेंगे। यह बलून दो घंटे में धरती के वातावरण से 99 फीसदी ऊपर एक लाख फीट की ऊंचाई तक पहुंचेगा। इसके बाद यात्रियों के लिए केबिन से 360-डिग्री दृश्यों का आनंद लेने के लिए दो घंटे का समय होगा। अगले 2 घंटे में यह बलून समुद्र में लैंडिंग के लिए नीचे आएगा। यात्रा में वाई-फाई, खाने-पीने की सुविधा, आलीशान कमरे में बैठने की जगह, लक्जरी सुविधाएं और पृथ्वी के वायुमंडल के ऊपर से मनोरम दृश्य। यह स्पेसशिप एक दबावयुक्त कैप्सूल है, जिसे हाइड्रोजन बैलून से उड़ाया जाएगा और पैराशूट से नीचे उतरेगा। इसका व्यास 16 फीट है। यह स्पेसएक्स के क्रू ड्रेगन से चार गुना बड़ा है। यान में किसी भी अन्य अंतरिक्ष पर्यटन वाहन की तुलना में अधिक खिड़कियां हैं।