वाराणसी, आशीष राय।
हस्तशिल्प और हथकरघा प्रदर्शनी से न सिर्फ बाजार मिलता है बल्कि निर्यातक बनने का रास्ता मिलता है। यह बातें राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह ने वस्त्र मंत्रालय और हिंदीटेक्स की ओर से आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शनी में कहीं। वहीं राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि बुनकर ही हथकरघा उत्पदों के ब्रांडएंबेस्डर हैं।
ईस्टर्न यूपी एक्सपोर्ट एसोसिएशन की ओर से बड़ालालपुर हस्तकला संकुल में विशिष्ट रिवर्स बायर्स-सेलर्स मीट का आयोजन किया गया। इसमें हथकरघा, हस्तशिल्प, सिल्क आदि की तीन दिवसीय प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में बनारसी साड़ी, रेशम उत्पाद, कालीन, हस्तशिल्प आदि उत्पादों के 55 स्टॉल लगाए गए थे। प्रदर्शनी का शुभारंभ शनिवार को मुख्य अतिथि स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल और खाद्य एवं आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु खाद्य ने किया। निर्यातकों को संबोधित करते हुए रविंद्र जायसवाल ने हथकरघा उत्पादों को बढ़ावा देने और बाजार उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि बुनकर ही हथकरघा उत्पादों का सबसे बेहतर ब्रांडएंबेस्डर है। उन्होंने कहा कि बनारस के हथकरघा और हस्तशिल्प उद्योग का डंका विश्व में बज रहा है। बनारस के शिल्पी और बुनकर हथकरघा उत्पादों को प्रसिद्धि दिला रहे हैं। कई देशों से आए हथकरघा उत्पादों से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए आयुष मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से निर्यातकों को बेहतर बाजार उपलब्ध होगा। उन्होंने बनारस के बुनकरों की तारीफ करते हुए कहा कि कई पीढ़ियों से वे न सिर्फ रोजगार का सृजन कर रहे हैं बल्कि देश के राजस्व बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। वस्त्र मंत्रालय और हिंदीटेक्स की ओर से आयोजित इस प्रदर्शनी से न सिर्फ निर्यातकों को बाजार उपलब्ध होगा बल्कि बुनकर भी निर्यातक बनने की ओर अग्रसर होंगे। इस मौके पर किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष रामप्रकाश वीरू, बड़ा लालपुर पार्षद प्रत्याशी डॉ. भूपेंद्र प्रताप सिंह, दिनेश सिंह बब्बू, सोनू सिंह, एमएच खान, अखिलेश सिंह, प्रवीण सिंह आदि मौजूद थे।