देहरादून। अनीता रावत
केदारनाथ धाम एवं यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज छह नवंबर को शीतकाल को बंद हो जाएंगे। हालांकि इसकी घोषणा विजय दशमी को होगी। थ ही श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली के श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ आने का कार्यक्रम भी घोषित हो जाएगा।वहीं विजय दशमी पर शुक्रवार को श्रीबदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि तय होगी।
उधर गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल हेतु गोवर्धन पूजा, अन्नकूट पर्व के दिन पांच नवंबर को बंद हो जाएंगे।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तारीख कल शुक्रवार विजयदशमी के दिन विधि-विधान पंचाग गणना के पश्चात तय की जायेगी। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि शीतकाल हेतु श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि प्रत्येक यात्रा वर्ष विजय दशमी के दिन तय की जाती है। कल विजय दशमी को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि की घोषणा के अलावा पंच पूजाओं का कार्यक्रम,श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी के पांडुकेश्वर आगमन तथा श्री आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी के श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ आने का कार्यक्रम भी घोषित होगा। साथ ही आगामी यात्राकाल 2022 के लिए हक हकूकधारियों को पगड़ी भेंट की जायेगी।
इसी तरह द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी एवं तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट बंद होने की तिथि तथा डोली यात्रा कार्यक्रम तथा श्री मद्महेश्वर मेला की तिथि भी विजयदशमी के अवसर पर श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में तय होगी। चतुर्थ केदार रुद्रनाथ जी के कपाट बंद होने की तिथि श्री गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर में तय की जाती है।