देहरादून। अनीता रावत
पवित्र गंगोत्री धाम के कपाट शुक्रवार को विधि विधान के साथ बंद हो गए। भगवान केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट शनिवार को बंद हो गए। बदरीनाथ के कपाट 20 नवंबर को बंद होने हैं। इस वर्ष साढ़े चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारों धाम आकर अपने आराध्यों के दर्शन किए।
गंगोत्री धाम में सुबह तीर्थ पुरोहितों ने विधिविधान के साथ पूर्जा अर्चना की। इसके बाद परंपराओं के अनुसार कपाट बंद कर दिए गए।
देवस्थानम बोर्ड के अनुसार गंगोत्री धाम के साथ ही चारों धाम में कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पवित्र हेमकुंड साहिब के कपाट पहले ही 10 अक्तूबर को बंद हो चुके हैं। श्री मदमहेश्वर के कपाट 22 नवंबर को बंद होंगे। कोरोना संक्रमण में गिरावट के बाद इस वर्ष तीर्थयात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है। इस वर्ष साढ़े चार लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए। कोरोना संक्रमण को देखते हुए चारधाम के लिए प्रति धाम वार श्रद्धालुओं की संख्या तय कर दी गई थी। लेकिन इसकी वजह से हो रही अव्यवस्था को देखते हुए पांच अक्तूबर को कुछ शर्तों के साथ संख्या की सीमा को खत्म कर दिया गया। इस फैसले के बाद यात्रियों की संख्या में काफी बढोत्तरी हुई। इससे पहले तक 400 से 1200 यात्रियों को ही प्रतिदिन दर्शन की अनुमति थी।