लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
समाज की रहनुमाई के नाम पर यह ब्लैकमेलिंग का धंधा बंद करना होगा। बाप मंत्री था और बेटों को भी सांसद और एमएलसी बनाना चाहता था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए रविवार को जमकर तंज कसे। यही नहीं उन्होंने यहां तक कहा कि कुछ लोग अनुयायी बन रहे हैं गौरी और गजनी के और वोट मांगेंगे महाराजा सुहेलदेव के नाम पर।
मुख्यमंत्री रविवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भाजपा पिछड़ा वर्ग द्वारा आयोजित सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह जातिवाद से जुड़ा सम्मेलन नहीं है। लोग यहां सामाजिक चेतना के लिए आए हैं। अपने इतिहास पर गौरव करने वाला समाज और अपने मित्र व शत्रु की पहचान करने वाला यशस्वी बनता है। जो यह नहीं करता उसके सामने पहचान का संकट होता है। महाराजा सुहेलदेव का पराक्रम ऐसा था कि 150 साल तक कोई विदेशी भारत की तरफ देखने की हिम्मत नहीं कर सका, लेकिन बाद के एक हजार सालों में उन्हें भुला दिया गया। च में गजनी की मजार पर जाने के बाद यह विवाद हो गया था।मुख्यमंत्री ने कहा कि देश व प्रदेश में करीब 55 साल तक कांग्रेस की सरकार थी। प्रदेश में सपा की सरकार भी चार बार थी। इन्होंने सुहेलदेव के नाम पर कुछ नहीं किया जबकि इस देश में नेहरू परिवार के नाम से सैकड़ों स्मारक हैं, जैसे देश को इन्होंने ही बनाया था। महाराजा सुहेलदेव राजभर हिन्दू रक्षक थे। बहराइच में सुहेलदेव का भव्य स्मारक बनाया जा रहा है। मेडिकल कालेज बन रहा है और सुहेलदेव के नाम से विश्वविद्यालय भी बनाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार में राजभर समाज से दो मंत्री थे। बहराइच में स्मारक बनाने की बात आई तो एक मंत्री ने विरोध किया था। वहां जो स्मारक बनाया जा रहा है वह देश व दुनिया देखेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस के लिए अपना कुल खानदान ही प्रदेश है। पहले प्रदेश में गुंडे मवालियों का काफिला चलता था। अब किसी माफिया की हैसियत है क्या? माफिया व अपराधी ऊं स्वाहा हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि पहले केंद्र व प्रदेश में सरकार बनने पर लोग अपनी हवेली बनाते थे। भाजपा की सरकार गरीबों के लिए आवास बना रही है। पहले नौकरी निकलती थी तो एक खानदान झोला लेकर निकल जाता था वसूली के लिए।