वाशिंगटन। दुनियाभर में कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) पर तेजी से काम हो रहा। एआई से जुड़़े विशालकाय कंप्यूटरों पर खर्च हो रही ऊर्जा से हो रहा कार्बन उत्सजर्न हवा को दूषित कर रहा। अमेरिका के कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने शोध में ये दावा किया है। प्रमुख शोधकर्ता और कंप्यूटर साइंटिस्ट एडम वियरमैन के अनुसार एआई के कारण होने वाला कार्बन उत्सर्जन से अकेले अमेरिका में वर्ष 2030 तक हर साल 1300 लोगों की अकाल मौत का कारण बनेगा। वैज्ञानिकों का दावा है कि दुनियाभर में एआई और डाटा सेंटर के निर्माण पर जोर दिया जा रहा। इन सेंटरों को बिजली के साथ डीजल जनरेटर से ऊर्जा दी जा रही है। ईंधन के जलने से पर्यावरण में जो कार्बन का उत्सर्जन हो रहा वो पूरी दुनिया के लिए नया खतरा बन रहा है। एआई के बढ़ते इस्तेमाल से पीएम 2.5 कणों के साथ वातावरण में नाइट्रोजन ऑक्साइड की भी मात्रा बढ़ेगी जिससे लोगों का सांस लेना मुश्किल होगा।