ताइपे।
पिछले सप्ताह ताइवान के पास सैन्य विमानों की बड़ी संख्या में आवाजाही के साथ चीन अपनी सैन्य शक्ति दिखा रहा है। उसने क्षेत्र में अपने प्रभुत्व का दावा करते हुए इस द्वीपीय देश की परेशानियां बढ़ा दी हैं।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने सोमवार को ताइवान के दक्षिण पश्चिम तट के निकट अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में 56 विमानों को भेजा। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब क्षेत्र के देश चीन का विरोध कर रहे हैं। चीन की ताजा कार्रवाई को अमेरिका ने जोखिम भरा और अस्थिरता पैदा करने वाला बताया है। वहीं, चीन ने कहा कि अमेरिका ताइवान को हथियार बेच रहा है। अमेरिका ने बीजिंग के क्षेत्रीय दावों को चुनौती देते हुए अपने सहयोगी देशों के साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नौसैनिक गतिविधियां तेज कर दी हैं। ताइवानी रक्षा मंत्री चिउ कुओ चेंग ने बुधवार को विधायकों से कहा कि हालात 40 साल में सबसे गंभीर स्थिति में हैं। अधिकतर लोगों का मानना है कि अभी जंग की आशंका नहीं है, लेकिन ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने चेतावनी दी कि अगर बीजिंग बलपूर्वक द्वीपीय देश पर कब्जा करने की पिछली धमकियों को अमलीजामा पहनाता है तो काफी कुछ दांव पर होगा।