नई दिल्ली। टीएलआई
हिमाचल में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। किन्नौर में बुधवार को भारी बारिश के दौरान भूस्खलन होने से आधा दर्जन से ज्यादा वाहन मलबे की चपेट में आ गए हैं। हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 के फंसे होने की आशंका है। हादसे में एक बस और कई कारें मलबे में दब गई थीं। राहत और बचाव कार्य में जटी पुलिस और सेना की टीम ने अभी तक मलबे से दो लोगों को बचा लिया है। जबकि 10 शवों को बाहर निकाला है। हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात कर वहां भूस्खलन के कारण उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। इसकी जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि किन्नौर में भूस्खलन से पैदा हुई स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात की। प्रधानमंत्री ने वहां जारी राहत अभियान के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी भूस्खलन के कारण उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बातचीत की। गृह मंत्री ने आईटीबीपी को बचाव एवं राहत अभियानों में हिमाचल सरकार को सभी प्रकार की सहायता देने का निर्देश दिया है।
बुधवार सुबह शिमला-किन्नौर हाईवे पर नुगुलसारी और चौरा के बीच पहाड़ से भूस्खलन होने के कारण एक बस और कुछ कारें समेत करीब छह गाड़ियां मलबे की चपेट में आ गईं। बताया जा रहा है कि रेकॉन्ग प्यो से शिमला जा रही हिमाचल रोडवेज की बस मलबे में फंस गई है। बस में करीब 40 यात्री सवार थे। इसके अलावा एक ट्रक, बोलेरो और तीन टैक्सियां भी मलबे की चपेट में आ गई है। मिली जानकारी के अनुसार घटना में 10 लोगों के मारे जाने की प्रशासन ने पुष्टि की है। सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें बचाव अभियान में जुट गईं है।