काबुल।
अफगानिस्तान आज तबाही के कगार पर खड़ा है। तालिबान ने तीन और प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर लिया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि तालिबान लड़ाकों ने अफगान के कुछ दो-तिहाई हिस्से को अपने कब्जे में कर लिया है। इसके साथ ही देश के पूर्वोत्तर हिस्से पर चरमपंथी संगठन का पूर्ण कब्जा हो गया है। बदकशान, अफगानिस्तान का नौवां प्रांत है, जिस पर तालिबान ने एक हफ्ते से भी कम समय में कब्जा करने का दावा किया है।
पूर्वोत्तर में बदकशान और बगलान सूबे की राजधानी से लेकर पश्चिम में फराह प्रांत तक तालिबान के कब्जे में चला गया है जिससे देश की संघीय सरकार पर अपनी स्थिति मजबूत करने का दबाव बढ़ गया है क्योंकि कुंदुज प्रांत का अहम ठिकाना भी उसकी हाथ से निकल गया है। बदकशान के सांसद हुजातुल्ला खेरादमंद ने बताया कि तालिबान ने उनके सूबे की राजधानी फैजाबाद पर कब्जा कर लिया है। एक अफगान अधिकारी ने पहचान गुप्त रखते हुए बताया कि बगलान की राजधानी पोली खुमरी भी तालिबानियों के कब्जे में चली गई है और भारी नुकसान हुआ है।
अमेरिका ने आशंका जताई है कि तालिबान 1 से 3 महीने में काबुल पर कब्जा कर सकता है। यह अमेरिकी इंटेलिजेंस की ओर से पहले लगाए गए अनुमानों से काफी पहले हो सकता है। अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से मीडिया ने बुधवार को यह खबर दी है। अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान में जून के मुकाबले स्थिति काफी बदतर हो गई है। जून में अमेरिकी इंटेलिजेंस ने अनुमान लगाया था कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के 6-12 महीनों के बाद तालिबान का काबुल पर नियंत्रण हो सकता है।
संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार मामलों की प्रमुख ने सचेत किया कि हाल की कुछ घटनाओं को युद्धापराधों और मानवता के विरुद्ध अपराधों की श्रेणी में रखा जा सकता है। ग़ौरतलब है कि अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के हमलों और हिंसक घटनाओं में तेज़ी आई है। ख़बरों के अनुसार, 9 जुलाई से अब तक चार शहरों लश्कर गाह, कन्दाहार, हेरात और कुन्दूज़ में कम से कम 183 आम लोगों की मौत हुई है और एक हज़ार 181 लोग घायल हुए हैं। इनमें बच्चे भी हैं। अफगान रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया कि पिछले 24 घंटों में अफगान सुरक्षा बलों द्वारा 439 और तालिबान आतंकवादी मारे गए और 77 अन्य घायल हो गए।