हल्द्वानी। अनीता रावत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक में सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत ने शाखा, समन्वय और समाज कार्य पर जोर देते हुए कहा कि देश के विषय में सोचने वाले लोग कैसे बढ़ें इस पर विचार करना होगा। इसके अलावा सज्जन शक्तियों को बढ़ाने और दुर्जन शक्तियों को कम करने के लिए भी काम करने की आवश्यकता उन्होंने जताई।
सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत की बैठक शनिवार को हुई। दिनभर चली तीन अहम बैठकों में कई मुद्दों पर मंथन हुआ। बैठक में संगठन श्रेणी में शारीरिक, बौद्धिक विभाग आदि के पदाधिकारियों की बैठक हुई। जबकि, जागरण श्रेणी के तहत सम्पर्क, प्रचार आदि की बैठकें हुईं। आरएसएस की इस तीन दिनी प्रांतीय पदाधिकारी एवं प्रचारक बैठक में डॉ. मोहन भागवत ने संगठन श्रेणी और जागरण श्रेणी की समीक्षा की। वहीं आगामी योजनाओं के लिए सुझाव दिए। भागवत ने शाखाओं को बढ़ाने के साथ ही इसमें पदाधिकारियों के प्रवास तय करने की बात कही। उन्होंने कार्यकर्ताओं के विकास पर और समाज उत्थान को लेकर हो रहे कामों का विस्तार करने पर भी जोर दिया। इस मौके पर क्षेत्रीय प्रचारक महेंद्र, क्षेत्रीय कार्यवाह शशिकांत द्विवेदी, क्षेत्रीय संघचालक सूर्य प्रताप, प्रांत प्रचारक युद्धवीर सिंह, प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल, प्रांत प्रचार प्रमुख किसलय कुमार, सह प्रचार प्रमुख संजय कुमार, बृजेश बनकोटी, प्रांत सेवा प्रमुख पवन कुमार, प्रांत बौद्धिक प्रमुख जसपाल खत्री आदि मौजूद रहे।