लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
पूर्व गृह राज्य मंत्री चिन्मयानंद प्रकरण में एक नया मोड़ आ गया है। चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली एलएलबी की छात्रा को एसआईटी ने ब्लैक मेलिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने बुधवार को छात्रा को उसके घर से गिरफ्तार किया और मेडिकल कराया।
एसआईटी ने छात्रा की मेडिकल जांच के बाद उसे अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विनीत कुमार की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने छात्रा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। एसआईटी के एसपी भारती सिंह ने पत्रकारों को बताया कि छात्रा पर धारा 385, 201, 506, 34 व 64ए आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि 22 अगस्त को स्वामी चिन्मयानंद को फोन पर धमकी भरा मैसेज प्राप्त हुआ था। जिसमें उनसे ₹50000000 की मांग की गई थी। रंगदारी नहीं देने पर उनका अश्लील वीडियो टीवी चैनलों पर चला कर उनकी इज्जत खराब करने की धमकी दी गई थी। इस मामले में स्वामी चिन्मयानंद के तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया था। उधर एसआईटी की पूछताछ में छात्रा के दोस्तों ने बताया कि चिन्मयानंद से ₹50000000 की रंगदारी मांगने के मामले में छात्रा की भूमिका प्रमुख थी।